राज्य
08-Feb-2023
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- 20 साल बाद लिया गया एक्शन भोपाल (ईएमएस)। मध्य प्रदेश के रिटायर्ड आईएएस अफसर रमेश थेटे पर आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। मध्य प्रदेश लोकायुक्त संगठन ने 20 साल बाद थेटे पर बड़ी कार्रवाई की है। जबलपुर में संचालक रोजगार में प्रशिक्षण के पद पर पदस्थ रहने के दौरान रमेश थेटे ने पत्नी मंदा थेटे के नाम 68 लाख का कर्ज लिया था। वर्ष 2012-13 की अवधि में बैंक खातों में भारी लेनदेन हुआ, जो अनुपातहीन संपत्ति के दायरे में आया। लोकायुक्त संगठन मामले की जांच करने नागपुर जाएगा। रमेश थेटे 2001 से 2002 के बीच जबलपुर नगर निगम कमिश्नर के पद थे। कम समय से लोन की राशि भरने में कई बैंकों से ट्रांजेक्शन हुआ था। 68 लाख का लोन भरने कई बैंकों से ट्रांजेक्शन हुआ। जांच के दौरान आय से अधिक संपत्ति उनके खिलाफ मिली है। रिटायर्ड आईएएस अफसर रमेश थेटे अभी महाराष्ट्र के नागपुर में रहते हैं। शिवराज सरकार के खिलाफ भी रमेश थेटे के सुर हमेशा मुख रहे है। सरकार पर प्रताड़ित करने के आरोप लगा चुके हैं। अब आय से अधिक संपत्ति के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।