लेख
19-Mar-2023
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(२० मार्च) हंसने से जिंदगी की सारी मुश्किलें हल हो जाती हैं और हमें जिंदगी को खुलकर जीने की एक नई ऊर्जा मिलती है। कहा जाता है कि एक हंसता हुआ चेहरा दुनिया का सबसे खूबसूरत चेहरा होता है चाहे उसका रंग-रूप कैसा भी हो। हंसते हुए चेहरे का नूर अलग ही होता है। हंसने से जिंदगी की सारी मुश्किलें हल हो जाती हैं और और हमें जिंदगी को खुलकर जीने की एक नई ऊर्जा मिलती है। लेकिन ये भाग-दौड़ भरी जिंदगी जहां हम इतनी टेंशन, प्रेशर और नफरत के बीच रहते हैं ऐसी लाइफ में हम अक्सर मुस्कराना ही भूल जाते हैं। हम भूल जाते हैं कि जिंदगी में हंसना मुस्कुराना कितना जरूरी है। इसी मुस्कुराहट को दोबारा चेहरे पर सजाने और जिंदगी को खूबसूरत बनाने के लिए 20 मार्च को हर साल इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस मनाया जाता है। इस खास दिन का उद्देश्य है जिंदगी में हैप्पीनेस यानी खुशी के महत्व को दर्शाना। इंटरनेशनल डे ऑफ हैप्पीनेस बताता है कि एक देश या एक अर्थव्यवस्था को विकसित होने के लिए केवल जीडीपी नहीं बल्कि हैप्पीनेस की भी उतनी ही आवश्यकता है। १२ जुलाई २०१२ को यूनाइटेड नेशंस जनरल असेंबली ने दुनिया भर के लोगों के जीवन में हैप्पीनेस और वेल बींग को एक महत्वपूर्ण लक्ष्य बनाने के लिए और जीवन में हैप्पीनेस के महत्व को जानने के लिए २० मार्च को इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे के रूप में घोषित किया था। सबसे पहले भूटान ने इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे के लिए बैठक बुलाने की पहल की। इस देश ने १९७० के दशक की शुरुआत से ही नेशनल रेवेन्यू से ज्यादा नेशनल हैप्पीनेस को महत्व दिया और ग्रॉस नेशनल हैप्पीनेस को हमेशा ही ग्रॉस नेशनल प्रोडक्ट के आगे रखा। २०१३ में यूनाइटेड नेशन्स के १९३ सदस्य देशों ने अपना पहला इंटरनेशनल हैप्पीनेस डे मनाया था। २०१५ में यूनाइटेड नेशन्स ने हैप्पीनेस और वेल बींग को प्रमोट करने के लिए गरीबी हटाने, असमानता को कम करने और पर्यावरण की रक्षा करने के साथ ही १७ सतत विकास के तत्वों का निर्माण किया। वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स २०२२ के अनुसार वर्ल्ड हैप्पीनेस इंडेक्स में फिनलैंड को नंबर १ होने का खिताब मिला है जबकि दूसरे नंबर पर डेनमार्क और तीसरे नंबर पर आइसलैंड है। फिनलैंड के लोग सबसे ज्यादा खुश हैं क्योंकि वहां क्राइम रेट बेहद कम और पर्यावरण बेहद साफ सुथरा और खूबसूरत है। महत्व वर्तमान में अफगानिस्तान और यूक्रेन में भारी संकट आया है जिसने आम जनजीवन को त्रस्त कर दिया है। हर जगह बस चीखें और मातम है, खुशी और मुस्कान जैसे गायब ही हो गई है। आखिर इन परिस्थितियों में कोई खुश कैसे हो सकता है जहां नहीं पता कि अगले क्षण क्या हो जाए। इसी कारण खुशी के महत्व को समझिए। जब भी समय मिले मुस्कराइए और खुश रहने का प्रयास करिए। साथ ही जो इस वक्त संकट की स्थिति में हैं उनके बेहतरी के लिए प्रार्थना करिए। सबके लिए अच्छा करने का प्रयास करिए हम नहीं जानते कि हमारे किस छोटी सी कोशिश से किसी के चेहरे पर बड़ी सी मुस्कान आ सकती है। प्रतिरक्षा प्रणाली जैविक कारकों से जुड़ी है। इम्यून सिस्टम को बूस्ट करने के लिए खुश रहना भी जरुरी होता है। हमारे आस-पास कई चीजें होती हैं जो खुशी और तनाव को नियंत्रित करती हैं। जिसके अनुसार हमारा शरीर प्रतिक्रिया देता है। स्वस्थ और खुश रहने के लिए भावनात्मक रुप से स्वस्थ रहना भी जरुरी होता है। व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य भी व्यक्ति के शरीर पर प्रभाव डालता है। इसलिए व्यक्ति को जीवन में चल रही चीजों का ध्यान रखना चाहिए। खुश रहना आपके इम्यून सिस्टम करने में मदद करता है। ईएमएस / 19 मार्च 23