लेख
26-May-2023
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सच्चाई से जिसका मन भरा है, वह विद्वान न होने पर भी बहुत देश सेवा कर सकता है। - पं. मोतीलाल नेहरू जो भारी कोलाहल में भी संगीत को सुन सकता है, वह महान उपलब्धि को प्राप्त करता है। - डॉ. विक्रम साराभाई