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01-Jun-2023
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- मिशन 2023: लोकल लीडर्स पर आलाकमान को भरोसा नहीं, - संभागीय और जिला मुख्यालय तक पीएम मोदी करेंगे चुनावी सभाएं -मोदी-शाह के सर्वेक्षण के आधार पर ही मप्र में होगा टिकट वितरण भोपाल (ईएमएस) । संघ और संगठन के सर्वे, एंटी इनकम्बेंसी, बगावत और दिग्गजों में वर्चस्व की जंग के बाद मप्र में भाजपा पर बड़ी हार का खतरा मंडराने लगा है। इसको देखते हुए भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने मप्र पर पूरा फोकस कर दिया है। आलाकमान ने मप्र के लिए नई रणनीति बनाई है। जिसके तहत लोकल लीडर्स पर भरोसा न करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हर जिले में सभा करवाने का निर्णय लिया गया है। पार्टी को उम्मीद है कि इससे मप्र में भाजपा की खराब स्थिति से निर्मित डैमेज को कंट्रोल किया जा सकता है। भाजपा सूत्रों के अनुसार संघ की पहल पर जो नई रणनीति बनाई गई है, उसके तहत मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया चुनावी रणनीति से बाहर होंगे। सूत्रों का कहना है कि इन तीनों नेताओं को पार्टी विधानसभा चुनाव में केवल स्टार प्रचारक के रूप में उपयोग करेगी। जबकि नाम और चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का होगा। यही नहीं टिकट वितरण में मप्र के नेताओं की नहीं चलेगी। मप्र में टिकट वितरण मोदी-शाह के सर्वेक्षण के आधार पर किया जाएगा। हर जिले से मंगाई जा रही सूचनाएं भाजपा सूत्रों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री मोदी की सभाएं हर जिले में करवाने को लेकर केन्द्रीय नेतृत्व ने हर जिले से सूचनाएं मंगवाना भी शुरू कर दिया है। संभवत: पार्टी देश में ऐसा पहली बार प्रयोग करने जा रही है जब किसी चुनावी राज्य के हर जिले में नरेंद्र मोदी सभा करेंगे। इससे साफ है कि भाजपा अगले विधानसभा चुनाव पीएम मोदी के चेहरे पर ही लडऩे जा रही है। इसके पीछे प्रदेश भाजपा में जारी गुटबाजी को भी माना जा रहा है। गुटबाजी का असर कम करने की कवायद मप्र भाजपा के एक वरिष्ठ पदाधिकारी कहते हैं कि भाजपा का केन्द्रीय नेतृत्व जानता है कि अगर पीएम मोदी के चेहरे पर चुनाव लड़ा जाता है तो प्रदेश के नेताओं में चल रही गुटबाजी का असर चुनावों पर नहीं पड़ेगा। वहीं, भाजपा की नजर विधानसभा चुनावों के बाद होने वाले लोकसभा चुनावों पर भी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, पीएम मोदी की सभाओं को लेकर केन्द्रीय नेतृत्व ने सभी जिलों से रिपोर्ट मांगी है। इसमें स्थानीय मुद्दों के साथ-साथ जिले के राजनीतिक समीकरणों की भी जानकारी भी मांगी गई है। तैयार करवाई जा रही रिपोर्ट किस जिले में पिछले विधानसभा चुनावों में भाजपा ने कितनी सीटें जीती, उम्मीदवार का जीत-हार का अंतर क्या रहा। भाजपा की हार के प्रमुख कारण क्या रहे थे। इसके साथ ही जिले के जातीय समीकरण क्या कहते हैं। जिले की विधानसभा सीटों पर जिताऊ उम्मीदवार कौन-कौन हैं। मप्र में मोदी ही चेहरा पीएम मोदी के हर जिले में दौरों को लेकर हो रही तैयारियों से यह बात साबित हो रही है कि इस बार का चुनाव मोदी के चेहरे पर ही लड़ा जाएगा। इसकी कमान भी प्रदेश भाजपा के नेताओं के हाथ में कम बल्कि केन्द्रीय नेतृत्व के हाथ में ज्यादा रहने वाली है। इसकी बड़ी वजह पिछले दिनों प्रदेश में खुल कर सामने आई गुटबाजी को माना जा रहा है। इस बार आलाकमान स्थानीय नेताओं के भरोसे चुनाव नहीं लडऩा चाहता है। मप्र में मोदी की सभाओं का रोडमैप तैयार किया जा रहा है। वहीं, मोदी के साथ ही केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, नितिन गडकरी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत केंद्रीय नेताओं के दौरों की तैयारी भी की जा रही है। भाजपा-संघ का इंटरनल सर्वे है..60 सीट भी नहीं मिलने वाली भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने इंदौर में बुधवार को दावा किया था कि इस बार भाजपा 200 सीट पार करेगी। शर्मा के इस बयान के बाद पूर्व मंत्री सज्जन वर्मा ने पलटवार किया है। वर्मा ने कहा कि इस बार भाजपा को 60 सीट के भी आसार नहीं है। ये मैं नहीं कह रहा हूं, भाजपा-संघ का इंटरनल सर्वे कह रहा है। वर्मा ने कहा कि भाजपा ने पिछली बार भी ये ही सपना देखा था जो चूर-चूर हो गया। उस समय भी ये ही नारा था और अब फिर वो ही नारा दोबारा लेकर आ गए हैं अबकी बार 200 पार। खुद का सर्वे आ रहा है, उसमें 60-65 सीट मुश्किल से जीत रही है। आरएसएस और बीजेपी का ये इंटरनल सर्वे है। 12 को प्रियंका, 21 को मोदी करेंगे चुनावी शंखनाद मप्र में भाजपा और कांग्रेस की चुनावी तैयारियां जोरों पर है। प्रदेश में प्रियंका गांधी कांग्रेस के चुनावी शंखनाद का आगाज 12 जून को जबलपुर से करेंगी। इसके लिए पार्टी ने तैयारियां तेज कर दी है। वहीं भाजपा ने भी जबलपुर से ही चुनाव का शंखनाद करने की रणनीति बनाई है। इसके तहत 21 जून को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनावी शंखनाद करेंगे। माना जा रहा है कि इसी के साथ प्रदेश में चुनाव का घमासान तेज हो जाएगा। कांग्रेस की जीत के बन रहे योग: पंडोखर टीकमगढ़ जिले के गुदनवारा गांव में श्री राम कथा का आयोजन चल रहा है। समारोह में शामिल होने गुरुवार रात पंडोखर धाम के महंत गुरु शरण शर्मा महाराज टीकमगढ़ पहुंचे। गुरुवार को उनसे मिलने भाजपा के नेता पहुंचे। टिकट मिलने की चाह को लेकर भाजपा नेता प्रजातंत्र गंगेले पंडोखर सरकार के दरबार में पहुंचे। उनका पर्चा बनाकर गुरुशरण शर्मा महाराज ने कहा कि कांग्रेस की जीत के योग बन रहे हैं। इस दौरान जब महाराज से पूछा कि प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी, तो उन्होंने कहा कि मैं यहां यज्ञ में शामिल होने आया हूं, इस विषय में फिर कभी चर्चा करेंगे।