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08-May-2025
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-जब तक खतरा समाप्त नहीं होता, कार्रवाई जारी रहेगी -विपक्ष ने कहा, करो सफाया आंतकियों का नई दिल्ली,(ईएमएस)। ऑपरेशन सिंदूर के बाद मोदी सरकार की ओर से बुलाई गई सर्वदलीय बैठक में केंद्रीय रक्षा मंत्री ने कुछ ऐसा कह दिया कि पाकिस्तान की सांसें रुक गईं। दरअसल केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सर्वदलीय बैठक के बाद कहा कि देश की सुरक्षा सर्वोपरि है और जब तक खतरा पूरी तरह समाप्त नहीं होता, कार्रवाई जारी रहेगी। इसका सीधा मतलब ये हैं कि ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है। उन्होंने कहा कि इस एयरस्ट्राइक में करीब 100 आतंकी मारे गए हैं। सर्वदलीय बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने भी इसकी की पुष्टि की है। रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि आतंकियों के करीब 12 इसतरह के ठिकाने अभी बचे हुए हैं। सर्वदलीय बैठक के बाद कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा, संकट के समय में हम केंद्र सरकार के साथ हैं। वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि अगर पाकिस्तान हमला करेगा, तब भारत 10 गुना ज्यादा ताकत से जवाबी हमला करेगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि ऑपरेशन की ज्यादा तकनीकी जानकारी नहीं दी जा सकती है। खरगे ने कहा कि सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देकर कहा है कि वह कुछ गोपनीय जानकारी अभी सार्वजनिक नहीं कर सकती। श्री खरगे ने कहा कि इस संकट की घड़ी में हम सरकार पर इसके लिए दबाव नहीं डाल रहे हैं और राष्ट्र हित में सरकार के साथ खड़े हैं। वहीं कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि हम सभी ने मोदी सरकार को पूरा समर्थन दिया है। उन्होंने कहा कि जैसा कि कांग्रेस अध्यक्ष खरगे जी ने कहा है, मोदी सरकार ने कहा है कि वह कुछ बातों पर चर्चा नहीं करना चाहती। बैठक के बाद संसदीय कार्य मंत्री किरेण रिजिजु ने कहा कि राजनीतिक दल जनता की आवाज होते हैं और सभी नेता एक स्वर में कह रहे हैं कि मोदी सरकार की सफलता है। एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के बाद लगातार घटनाक्रम हो रहा है इसकारण अधिकारियों को बैठक में नहीं बुलाया गया है। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दलों के साथ आगे की कार्रवाई पर भी चर्चा की गई। वहीं एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने सेना के शौर्य की सराहना कर कहा कि विपक्ष ने न केवल समर्थन दिया, बल्कि कुछ रचनात्मक सुझाव भी मोदी सरकार के सामने रखे। उन्होंने आतंकवादी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अभियान चलाने की मांग की। ओवैसी ने कहा कि फरवरी 2025 में हाफिज सईद के बेटे ने जिहाद की धमकी दी थी और अब इस तरह की कार्रवाई उसी योजना का हिस्सा है। ओवैसी ने कहा कि भारत को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद, अमेरिका, ब्रिटेन और एफएटीएफ के माध्यम से पाकिस्तान पर दबाव बनाना चाहिए ताकि टीआरएफ को आतंकी संगठन घोषित किया जाए और पाकिस्तान को फिर से ग्रे लिस्ट में डाला जाए। उन्होंने कहा कि जब भारत इन देशों के साथ व्यापार समझौते कर रहा है, तब यह एक रणनीतिक मौका है दबाव बढ़ाने का। बैठक में विपक्ष ने सरकार को पूरी तरह सहयोग देने का भरोसा दिलाया है। फिलहाल सरकार और सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की। बैठक में विपक्ष ने सरकार का साथ देते हुए कहा कि जो काम कर रहे हैं, करते रहिए। इसके अलावा इसमें सरकार की ओर से गृह मंत्री अमित शाह, जगत प्रकाश नड्डा, विदेश मंत्री एस जयशंकर , वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण, समाजवादी पार्टी के रामगोपाल यादव , द्रमुक के टी आर बालू , एआईएमआईएम के असद्दुदीन ओवैसी , तृणमुल कांग्रेस के सुदीप्त बंदोपाध्याय , शिवसेना के श्रीकांत शिंदे, आम आदमी पार्टी के संजय सिंह , मार्क्सवादी पार्टी के जॉन ब्रिटास, लोकजन शक्ति पार्टी के चिराग पासवान, बीजू जनता दल के सस्मित पात्रा और द्रमुक के तिरूचि शिवा ने बैठक में हिस्सा लिया। आशीष दुबे / 08 मई 2025