राज्य
04-Jun-2023
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शासन के लाखों रुपये खर्च होने के बाद भी विकास से कोसों दूर है गांव अशोकनगर (ईएमएस)। शासन द्वारा ग्रामों के विकास के लिए लाखों-करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं। खासकर मोदी सरकार गांवों के विकास को लेकर काफी गंभीर है। जलजीवन मिशन के तहत हर गांव में पानी पहुंचाने, प्रधानमंत्री आवास योजना के जरिये पक्की छत देने, आदर्श ग्राम योजना के तहत विकास के लिए जरूरी सडक़ें, भवन आदि बनाने और स्वच्छता के लिए ओडीएफ प्लस के लिए कार्य कर रही है इसके लिए पंचायतों को जरूरी फंड भी उपलब्ध कराया जा रहा है लेकिन जिम्मेदारों की नियत में खोट होने के कारण गांव में शासन की मंशा के अनुसार विकास नहीं हो पा रहा है। ऐसा ही एक गांव ईसागढ़ जनपद पंचायत के अंतर्गत आने वाला पचबावड़ी है। यह गांव सीहोर ग्राम पंचायत में आता है। गांव ओडीएफ प्लस हो चुका है लेकिन गांव में जगह-जगह गंदगी पसरी हुई है। नालियों का निर्माण न किए जाने से मुख्य मार्गों पर पानी भरा हुआ है इस कारण लोगों को निकलने में भी परेशानी होती है। हालत यह है कि लोग छलांग लगाकर भी कीचड़ से बच नहीं सकते। मंदिर के पास भी गंदगी पसरी हुई है। यदि नालियों का निर्माण होता तो लोगों को सडक़ों पर पानी भरा होने के कारण आ रही परेशानी से निजात मिल सकती थी। आदर्श ग्राम में मनमर्जी से बनाई सडक़ें- आदर्श ग्राम योजना के तहत गांव में सडक़ों का निर्माण किया गया है लेकिन सडक़ निर्माण का फायदा अधिकांश लोगों को मिल सके इसका ध्यान नहीं रखा गया है। कुछ चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए आंगन ेमें सीसी सडक़ डाल दी गई है। ऐसा ही नजारा वीरेन्द्र जाटव के घर से महेन्द्र जाटव के घर तक डाली गई सडक़ में दिखाई दे रहा है। लाखों रुपये से बनी इस सडक़ की लंबाई भी ज्यादा नहीं है साथ ही नालियों का निर्माण नहीं किया गया है। इनका कहना है। आदर्श ग्राम योजना के तहत पचबावड़ी में सीसी सडक़ और स्ट्रीट लाइट का काम हुआ है। मैं दो-तीन साल पहले पदस्थ था इसलिए मुझे याद नहीं है कि कितनी राशि आई थी। आंगन में सीसी सडक़ तो हर पंचायत में डली है। जिस जगह सडक़ डाली है वह सरकारी जमीन है। ओडीएफ प्लस मेंरे समय में नहीं हुआ। अर्जुन सिंह कुशवाह तत्कालीन सचिव, ग्राम पंचायत सीहोर मैं चुनाव होने के बाद आया हूं। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत पूर्व में काम हुए हैं वहीं ओडीएफ प्लस के कार्य में केवल सोख्ता गड्ढों का काम मेरे कार्यकाल में हुआ है। निर्माण से संबंधी दस्तावेज पूर्व सचिव ने मुझे नहीं दिए हैं वित्तीय चार्ज जरूर मुझ पर है। महेश प्रसाद शर्मा वर्तमान सचिव, ग्राम पंचायत सीहोर