-रेसलर्स ने रेलवे की नौकरी ज्वाइन करने के बाद भी आंदोलन जारी रखने का किया ऐलान नई दिल्ली (ईएमएस)। दिल्ली पुलिस की एसआईटी टीम भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष व सांसद बृजभूषण शरण सिंह के घर रात में पहुंची, जहां 15 से भी अधिक करीबियों से गहन पूछताछ की। गौरतलब है कि महिला पहलवानों द्वारा लगाए गए यौन शौषण के आरोपों का सामना कर रहे भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी सांसद बृजभूषण शरण सिंह की मुश्किलें और बढ़ती जा रही है। दिल्ली में जहां बृजभूषण पर पॉक्सो का केस दर्ज है। वहीं अब इस मामले में जांच कर रही दिल्ली पुलिस अब उनके आवास पर पहुंची है। मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली पुलिस ने यूपी की राजधानी लखनऊ और गोंडा जिले में 15 से ज्यादा कर्मचारियों से पूछताछ की और उन लोगों के नाम पते और पहचान पत्र साक्ष्य के तौर पर जुटाए हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, रविवार रात को दिल्ली पुलिस की एसआईटी ने बृजभूषण शरण सिंह के घर विश्नोहरपुर में पहुंचकर उनके 15 करीबियों के बयान लिए हैं, जिनमें उनके परिवार, साथ काम करने वाले और सिक्योरिटी शामिल है। गौरतलब है कि एसआईटी इस मामले में अब तक 137 लोगों के बयान ले चुकी है। फिलहाल, अभी यह पता नहीं लग पाया कि दिल्ली पुलिस ने बृजभूषण से भी कुछ पूछताछ की है या नहीं। अभी तो सिर्फ इतनी ही जानकारी है कि, पुलिस ने बीजेपी नेता के करीबियों से बातचीत की है। बता दें कि बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रेसलर्स बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट ने रेलवे की नौकरी छोड़ने की धमकी दी है। हालांकि सोमवार को ही उन्होंने अपनी ड्यूटी जॉइन की है। जबकि 23 अप्रैल को आंदोलन शुरू होने के बाद से ही वह छुट्टी पर चल रहे थे। कयास लगाए जा रहे हैं कि इन रेसलर्स ने नौकरी छोड़ने का एलान किया है। इसी बीच पहलवानों के ड्यूटी पर लौटने के बाद यह पता चला है कि, बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर अपने बयान से पलट गई है। दावे के मुताबिक, नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिया। यह भी जानकारी मिली है कि, 7 जून को चरखी दादरी जिले के बलाली गांव में सांगवान खाप-40 ने सर्वखाप सर्वजातीय महापंचायत बुलाई गई है। जिसमें विनेश और संगीता फोगाट आ सकती है। इधर मंगलवार को साक्षी मलिक ने भी रेलवे की नौकरी पर आमद कर दी है। लेकिन जब वह दोबारा लौटी तो खबरों का बाजार गर्म हो गया कि वह आंदोलन से पीछे हट गई हैं और उन्होंने नौकरी ज्वाइन कर ली है। इसी तरह का मामला बजरंग पुनिया के साथ आया। लेकिन उन्होंने भी खबरों का खंडन किया। अब साक्षी मलिक और बजरंग पुनिया ने कहा कि वह नौकरी ज्वाइन करने जरूर आए हैं। लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उनका आंदोलन खत्म हो गया है। बृजभूषण के खिलाफ उनकी लड़ाई जारी है।