राज्य
09-Jun-2023


नई दिल्ली (ईएमएस)। यूपी के बीजेपी एमएलए कृष्णानंद राय और ब्रह्मनंद द्विवेदी के सनसनीखेज हत्याकांड में आरोपी रहे संजीव माहेश्वरी उर्फ जीवा (49) भी जेल से जबरन वसूली का कारोबार चलाता था। मुख्तार अंसारी और मुन्ना बजरंगी के करीबी जीवा ने दिल्ली के विवेक विहार निवासी नामी बिल्डर से देहरादून की पॉश सोसायटी में दो फ्लैट्स की डिमांड की थी। दिल्ली पुलिस ने जांच के बाद इसे 2015 में मैनपुरी जेल से लेकर आई थी। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इसे 2006 में अरेस्ट किया था तब से ये जेल में था। लखनऊ कोर्ट में बुधवार को वकील के भेष में आए हमलावरों ने इसकी हत्या कर दी। यूपी के शामली जिले के आदमपुर गांव निवासी जीवा ने 18 दिसंबर 2014 से 8 जनवरी 2015 तक दिल्ली के इस नामी बिल्डर को कई कॉल किए। इस बिल्डर के प्रोजेक्ट गाजियाबाद और देहरादून में चल रहे थे। जीवा ने बिल्डर को जेल के भीतर से कॉल कर उत्तराखंड के देहरादून स्थित ग्रीन व्यू अपार्टमेंट के दो फ्लैट्स अपने बताए शख्स के नाम पर करने को कहा। ऐसा नहीं करने पर बिल्डर और उसकी फैमिली को जान से मारने की धमकी दी। इसने बाराबंकी जेल से कॉल करने की बात कही। ईस्ट जिले के स्पेशल स्टाफ के तत्कालीन इंस्पेक्टर मनोज पंत एसआई विनय यादव और अरुण सिंधू समेत कई पुलिसकर्मियों की टीम बनाई गई। जांच में जीवा के बाराबंकी जेल में होने की बात सही निकली। टेक्निकल सर्विलांस के जरिए पुलिस इसके गुर्गे सुनील अवस्थी तक उन्नाव पहुंची। पता चला कि जीवा और सुनील पर वहां जबरन वसूली के दो केस दर्ज हैं। पुलिस तब मैनपुरी जेल में शिफ्ट हो चुके जीवा और उसके सहयोगी सुनील को गिरफ्तार कर दिल्ली ले आई। अजीत झा/देवेन्द्र/नई दिल्ली/ईएमएस/09/जून/2023