मुंबई (ईएमएस)। भारतीय शेयर बाजार में गुरुवार को लगातार तीसरे कारोबारी सत्र में गिरावट दर्ज हुई और बीएसई सेंसेक्स 571 अंक गिराकर बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के ब्याज दरों के लंबे समय तक ऊंचा बना रहने के संकेतों के कारण वैश्विक बाजारों में गिरावट के रुख का असर घरेलू बाजार पर भी दिखाई दिया। साथ ही ऑटो और आईटी कंपनियों के शेयरों में बिकवाली से भी बाजार लाल रंग में आ गया। सेंसेक्स और निफ़्टी सप्ताह अब तक लगभग 2 प्रतिशत तक गिरे हैं, जबकि पिछले सप्ताह दोनों इंडेक्स रिकॉर्ड हाई लेवल पर पहुंच गए थे। इसके पहले फेडरल रिजर्व ने अपनी प्रमुख ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखकर चेतावनी के साथ आर्थिक अनुमानों को संशोधित किया कि महंगाई के खिलाफ लड़ाई अभी खत्म नहीं हुई है। गुरुवार के कारोबार में तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 570.60 अंक की गिरावट लेकर 66,230.24 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स शुरूआती कारोबार में 66,608.67 अंक पर खुला था और पूरे दिन इसके आगे नहीं बढ़ सका। इससे पहले बुधवार को सेंसेक्स 66,800.84 अंक पर बंद हुआ था। इसतरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी 50 में भी गिरावट हुई और यह 159.05 अंक की गिरावट के साथ 19,742.35 अंक पर बंद हुआ। गुरुवार को शेयर बाजार में सेंसेक्स की कंपनियों में टेक महिंद्रा के शेयर में सबसे ज्यादा 1.46 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई। साथ ही एशियन पेंट्स, इंफोसिस, भारती एयरटेल, हिंदुस्तान यूनीलीवर और एल एंड टी के शेयर प्रमुख रूप से लाभ में रहे। वहीं दूसरी तरफ, महिंद्रा एंड महिंद्रा का शेयर सबसे ज्यादा 3.08 प्रतिशत लुढ़क गया। इसके अलावा आईसीआईसीआई बैंक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, इंडसइंड बैंक, कोटक बैंक, टाटा मोटर्स, अल्ट्रा सीमेंट, बजाज फिनसर्व, पावर ग्रिड समेत 24 कंपनियों के शेयर लाल निशान में बंद हुए। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के मुद्रास्फीति से लड़ने के लिए इस साल एक बार फिर ब्याज दरें बढ़ाने के संकेतों के बाद वैश्विक बाजारों में गिरावट आई। वहीं, एशियाई बाजारों में सियोल, टोक्यो, शंघाई और हांगकांग गिरावट में बंद हुए। आशीष दुबे / 21 सिंतबर 2023