राज्य
30-Nov-2023
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:: म.प्र. वैश्य महाम्मेलन द्वारा विद्याधाम के सभा मंडप में विद्वतजनों, संतों का सम्मान – गोसेवा के साथ गौसेवकों की सेवा भी :: इन्दौर (ईएमएस)। देश-विदेश में वैश्य समाज के घटकों को मान-सम्मान दिलाने और उन्हें रोटी-बेटी के रिश्ते से जोड़कर नई पहचान दिलाने वाले वरिष्ठ समाजसेवी स्व. रमेशचंद्र अग्रवाल के 79वें जन्मोत्सव ‘प्रेरणा उत्सव’ पर शहर के 19 वैश्य घटकों के पदाधिकारियों, संस्कृत विद्यालयों के प्राचार्यों एवं धर्म संस्कृति की यश पताका को पूरे देश में फहराने वाले विद्वतजनों के सम्मान के साथ गो सेवा एवं शीत लहर के दौरान गोसेवा में जुटे ग्वालों के सम्मान का अनूठा आयोजन पूरे उल्लास के साथ विमानतल मार्ग स्थित श्री श्रीविद्याधाम परिसर के सुसज्जित सभा मंडप में संपन्न हुआ। इस मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने कहा कि रमेशजी जैसे समाजसेवी अध्यात्म, व्यवहार और कारोबार के क्षेत्र में कुशलता के साथ काम करने वाले दिव्य महापुरुष थे। उन्होंने जीवन पर्यंत समाज को जोड़ने और जरूरतमंदों तथा समाज की मदद करने का कीर्तिमान स्थापित किया। रमेशजी जैसे महापुरुष की हर युग में जरूरत है। म.प्र. वैश्य महासम्मेलन की मेजबानी में आज रमेशजी के जन्मोत्सव पर शहर के लगभग सभी प्रमुख वैश्य घटक विद्याधाम परिसर में मौजूद रहे और जन्मोत्सव की शुरुआत गोसेवा के साथ हुई। कार्यक्रम के प्रमुख संयोजक अरविंद बागड़ी, वैश्य महासम्मेलन के शहर के अध्यक्ष धीरज खंडेलवाल, ओमप्रकाश नरेड़ा, निपुण गर्ग एवं सभी वैश्य बंधुओं ने गौशाला पहुंचकर वहां गोवंश को हरा चारा, गुड़-रोटी, दलिया एवं अन्य आहार परोसे। समाजसेवी प्रेमचंद गोयल, टीकमचंद गर्ग, विष्णु बिंदल, अंशुल दिनेश मित्तल, पं. कृपाशंकर शुक्ला भी अतिथि के रूप में उपस्थित थे, जिन्होंने विद्वतजनों एवं संतों का सम्मान किया। शहर के प्रमुख वैश्य घटकों की ओर से श्वेताम्बर जैन समाज के विजय मेहता एवं विमल तांतेड़, अखिलेश जैन, आशीष जैन, दिगम्बर जैन समाज से पूर्व पार्षद सुरेश मिंडा, विजयवर्गीय समाज की ओर से सुरेश विजयवर्गीय, सी.ए. संजीव गुप्ता एवं मनोज गुप्ता, नागर चित्तौड़ा वैश्य महारजन समाज के सी.ए. प्रकाश गुप्ता, चंदू गुप्ता, ब्रजमोहन गुप्ता, गिरीश गुप्ता, धर्मेन्द्र गुप्ता, नरेन्द्र कश्यप, खंडेलवाल समाज के राजेश पीतलिया, राजेश खंडेलवाल, माहेश्वरी समाज के रामस्वरूप धूत, पार्षद बरखा मालू, गहोई वैश्य समाज के जे.के. सर्राफ एवं प्रवीण नीखरा, मेढ़तवाल समाज के शक्तिनाथ गुप्ता, पोरवाल समाज के सी.ए. संजीव गुप्ता, मनोज गुप्ता, नीशा नागर समाज की ओर से नीशा नागर, शैलेष नागर, नीलेश नागर, अग्रवाल समाज के अध्यक्ष राजेश बंसल, पूर्व अध्यक्ष किशोर गोयल, संजय बांकड़ा, गोविंद सिंघल, अमिताभ सिंघल, राजेश कुंजीलाल गोयल, हरि अग्रवाल, दिलीप गर्ग, विनोद अग्रवाल (जूनी इन्दौर), राजेश इंजीनियर, नीलेश अग्रवाल, गौरव अग्रवाल, नंदकिशोर कंदोई, हरीश गुप्ता, प्रमोद गुप्ता आदि ने अतिथियों का स्वागत किया। समारोह में ढाई सौ से अधिक समाजसेवी एवं बड़ी संख्या में मातृशक्ति भी उपस्थित रहीं। इनमें राजकमल माहेश्वरी, साधना देड़गे, सुधा खंडेलवाल, निधि नीखरा, अंजलि गर्ग, शीतल तोड़ीवाला सहित विभिन्न घटकों की मातृशक्तियों ने भी उपस्थित रहकर ब्रह्मलीन रमेशजी के प्रति पुष्पांजलि समर्पित की। कार्यक्रम के अगले चरण में शहर की गोशालाओं के उन सेवकों को भी कम्बल भेंट किए गए, जो कडाके की शीत लहर के बावजूद गोवंश की सेवा में अहर्निश समर्पित बने हुए हैं। समारोह में विद्याधाम के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती, अखंडधाम आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी डॉ. चेतन स्वरूप, केवड़ेश्वर आश्रम के महामंडलेश्वर स्वामी धर्मेन्द्रपुरी महाराज का शाल-श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंटकर धर्म एवं संस्कृति के क्षेत्र में उनके द्वारा किए जा रहे सार्थक प्रयासों के लिए सम्मान किया गया। संस्कृत के उन्नयन हेतु गिरिजानंद सरस्वती वेद वेदांग विद्यापीठ विद्याधाम के प्राचार्य पं. राजेश शर्मा, हंसदास संस्कृत विद्यापीठ के प्राचार्य पं. रामकुमार शर्मा, ओंकारद्वीज संस्कृत पाठशाला के पं. दिलीप शर्मा, वेणुगोपाल संस्कृत पाठशाला के प्राचार्य पं. मनोहर शास्त्री एवं विद्याधाम म.प्र. ज्योतिष एवं विद्वत परिषद के अध्यक्ष आचार्य पं. रामचंद्र शर्मा वैदिक को भी उनकी यशस्वी सेवाओं के लिए अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्याधाम के 11 वेदपाठी विद्वानों द्वारा मंगलाचरण एवं स्वस्ति वाचन के साथ हुआ। सभी उपस्थित वैश्य बंधुओं ने स्व. रमेशजी के चित्र पर माल्यार्पण एवं पुष्पांजलि समर्पित कर उन्हें शिद्दत से याद किया। संचालन विकास डागा ने किया। प्रारंभ में म.प्र. वैश्य महासम्मेलन की ओर से कार्यक्रम संयोजक एवं प्रदेश महामंत्री अरविंद बागड़ी, कार्यक्रम संयोजक राजेन्द्र महाजन, गीता भवन ट्रस्ट के अध्यक्ष राम ऐरन, विद्याधाम परिवार की ओर से सुरेश शाहरा, पं. दिनेश शर्मा, वैश्य महासम्मेलन के कैलाशचंद्र खंडेलवाल आदि ने सभी अतिथियों की अगवानी की। अंत में आभार माना प्रमुख संयोजक अरविंद बागड़ी ने।सभी वैश्य घटकों और अतिथियों ने साथ में समूह चित्र लेकर इस गरिमापूर्ण आयोजन को अपनी स्मृतियों में कैद कर लिया। विद्याधाम के महामंडलेश्वर स्वामी चिन्मयानंद सरस्वती ने कहा कि भगवान जब प्रसन्न होते हैं तो व्यिक्त को बुद्धि प्रदान करते हैं। उसी बुद्धि के बूते पर व्यक्ति अपने आचरण, व्यवहार में अध्यात्म, कारोबार एवं व्यवहार के क्षेत्र में आगे बढ़ते हैं। रमेशजी अग्रवाल ऐसी ही विभूति थे, जिन्होंने अपने सेवा कार्यों से सारे देश में नई पहचान बनाई, बल्कि वैश्य समाज को ही नहीं, बल्कि अन्य समाजों को भी आगे बढ़ाने में हमेशा योगदान दिया। हम परमात्मा के दिव्य चरणों में यही प्रार्थना करते हैं कि उनके जैसी हस्तियां हमेशा हमारे बीच में आती रहें। अखंड धाम के महामंडलेश्वर डॉ. स्वामी चेतन स्वरूप ने इस मौके पर रमेशजी की धर्म एवं अध्यात्म के क्षेत्र में की गई सेवाओं का स्मरण करते हुए कहा कि वे परमार्थ और सेवा के उद्देश्य से ही आजीवन समर्पित रहे। समाज की प्रगति की दिशा में उनकी सेवाओं का कोई जोड़ नहीं हो सकता। हम तो परमात्मा से यही प्रार्थना करते हैं कि उनके जैसे निस्वार्थ, सेवाभावी सज्जनों को पुनः जन्म देकर हमारे बीच भेजें, ताकि सेवा कार्यों की सुगंध हमेशा पृथ्वी पर बनी रहे। उमेश/पीएम/30 नवम्बर 2023 संलग्न चित्र – इन्दौर। म.प्र. वैश्य महासम्मेलन की ओर से वरिष्ठ समाजसेवी स्व. रमेशजी अग्रवाल के जन्मोत्सव पर इन्दौर के विद्याधाम आश्रम के सभा मंडप में मौजूद वैश्य घटकों के प्रतिनिधि, विशिष्ट अतिथि, संत एवं स्नेहीजन।