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03-Dec-2023
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जयपुर (ईएमएस)। राजस्थान में मतगणना के साथ ही ‎सियासी ग‎तिविधियां तेज हो गई हैं। भाजपा नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ‎सिं‎धिया खेमे में शनिवार देर रात शुरु हुई बैठक र‎विवार सुबह 3 बजे तक जारी रहीं। इस बीच भाजपा के शीर्ष नेताओं ने राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) प्रमुख हनुमान बेनीवाल से संपर्क किया है। राजस्थान में विधानसभा चुनाव प‎‎रिणाम से पहले कांग्रेस और भाजपा के बीच सरकार बनाने के लिए र‎विवार को समीकरण साधने की कवायद तेज हो गई है। चुनावी एग्जिट पोल में दोनों दलों के बीच कांटे की टक्कर दिखाई गई है। इसका असर दो दिन से जमीन पर भी दिख रहा है। निर्दलीय-बागी और छोटे दलों को साधने के लिए हरसंभव कोशिश की जा रही है। इस बीच खबर है ‎कि भाजपा के शीर्ष नेताओं ने एनडीए गठबंधन का हिस्सा रही राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) प्रमुख हनुमान बेनीवाल सेसंपर्क किया है। उन्होंने 2020 में किसान बिल पर गठबंधन छोड़ दिया था। पिछले विधानसभा चुनाव में आरएलपी के उम्मीदवारों ने तीन विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। बता दें राजस्थान ‎‎विधानसभा की मतगणना से ‎निश्चित हो जायेगा ‎कि कांग्रेस की वापसी होगी या फिर भाजपा सरकार बनाएगी, राजस्थान में 25 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग हुई थी। यहां कांग्रेस और भाजपा के बीच कड़ा मुकाबला है। राज्य के 200 विधानसभा क्षेत्रों में से 199 में 51,000 से अधिक मतदान केंद्रों पर वोटिंग हुई थी। कांग्रेस प्रत्याशी के निधन के कारण श्रीगंगानगर जिले के करणपुर विधानसभा क्षेत्र में चुनाव स्थगित कर दिया गया था। गौरतलब है ‎कि कांग्रेस और भाजपा, दोनों ही पार्टियां इस बार सीएम फेस घोषित किए बगैर चुनाव मैदान में उतरी थीं। सत्ताधारी दल ने काम किया है दिल से, कांग्रेस फिर से नारे के साथ चुनाव लड़ा तो वहीं ने भाजपा ने मोदी साथे राजस्थान नारा दिया था। कांग्रेस चिरंजीवी योजना, सस्ते गैस सिलेंडर जैसी योजनाओं को लेकर जनता के बीच गई तो भाजपा ने कन्हैयालाल हत्याकांड, जोधपुर दंगे और पेपर लीक की घटनाओं को मुद्दा बनाया। एक्गिट पोल के मुताबिक मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सीएम पद के लिए सबसे पसंदीदा उम्मीदवार बने हुए हैं, अ‎धिकांश सर्वे में 32 प्रतिशत नाग‎रिकों ने उन्हें चुना था। जबकि 21 फीसदी लोगों का मानना था कि भाजपा से कोई भी व्यक्ति गहलोत से बेहतर सीएम होगा। इस चुनाव में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट, राज्य वर्धन सिंह राठौड़, बाबा बालकनाथ, नरेंद्र कुमार, भागीरथ चौधरी, किरोड़ी लाल मीणा, देवजी पटेल, दीया कुमारी, गौरभ वल्लभ जैसे नेता मैदान में उतरे थे।