सरकार ने दी सोना निकलने की पूरी छूट ताशकंत (ईएमएस)। सोना पाने की चाह हर किसी को रहती है। लेकिन हर किसी को यह मिलता नहीं। खानों से सोना निकलकर काफी मेहनत के बाद साफ किया जाता है। लेकिन क्या आपको पता है कि दुनिया में एक जगह ऐसी भी है, जहां हर कोई सोना खोज सकता है। यह पर सरकार ने लोगों को खुली छूट दे रखी है कि वे चाहें कितना भी सोना जमीन से निकाल सकते हैं। आमतौर पर जमीन में मिला सोना सरकारी खजाने में जमा कर दिया जाता है, लेकिन यहां अगर किसी आम आदमी को जमीन के नीचे सोना मिला, तब वह उसका अपना होगा। सरकारी खजाने में जमा नहीं किया जाएगा। जी हां, हम बात कर रहे उज्बेकिस्तान की। एक समय ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और अमेरिका की गोल्ड माइंस से सबसे ज्यादा सोना निकाला जाता था, लेकिन अब इस लिस्ट में उज्बेकिस्तान भी आ गया है। 2023 में उज्बेकिस्तान में 110 टन से ज्यादा सोने का उत्पादन हुआ। सोना खनन के मामले में उज्बेकिस्तान दुनिया में 10वें नंबर पर है। यहां के राष्ट्रपति 2030 तक सोने का उत्पादन 50 फीसदी बढ़ाने का ऐलान कर चुके हैं। इसके लिए उन्होंने 2019 में सोने की खुदाई को सरकारी नियंत्रण से मुक्त कर दिया। अब कोई भी इलाके में जमीन खरीद कर सोने की खुदाई कर सकता है। आपको यहां हर जगह लोग मिट्टी से सोना निकालते नजर आ जाएंगे। जानकार कहते हैं कि यहां की मिट्टी में सोना बहुत है और अभी तक सिर्फ 20 फीसदी मिट्टी ही छानी जा सकी है। इसकारण तमाम लोग सोने की खुदाई में किस्मत आजमाने के लिए यहां जमीन खरीद रहे हैं। यहां सोने की मौजूदगी की संभावना वाले प्लॉट की नीलामी होती है। आम लोग भी इस नीलामी में प्लॉट खरीदते हैं। फिर खुदाई कर मिट्टी से सोना निकालते हैं। यहां से निकला सोना सिर्फ सेंट्रल बैंक के जरिये ही बेचा जा सकता है। ये पैसा आम लोगों की जेब में जाता है। उज्बेकिस्तान सरकार की मंशा सोना खोजकर अर्थव्यवस्था को बदलने की है। सरकार चाहती है कि लोग इस काम में लगे रहें, ताकि उन्हें रोजगार मिलता रहे। 2015 में यहां की मुरुंताउ खान से 61 टन सोना निकाला गया, जो सर्वाधिक था। बीते कई वर्षों में यहां सोने का उत्पादन रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है। दुनिया में सबसे अधिक सोने का उत्पादन उज्बेकिस्तान की मुरुंताउ खदान से ही होता है। अभी इस खदान से 1700 लाख औंस सोना निकाला जा सकता है। आशीष/ईएमएस 08 अप्रैल 2024