राज्य
22-Apr-2024
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प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकार वार्ता के दौरान बोले भोपाल (ईएमएस)। पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के बेटे और पूर्व केंद्रीय मंत्री अनिल शास्त्री ने भोपाल में प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। इस दौरान उन्होंने कहा जिस तरह से सरकारी एजेंसियों चाहे वह सीबीआई हो, चाहे ईडी हो, चाहे इनकम टैक्स डिपार्टमेंट हो। जिस तरह से इनका दुरुपयोग होता रहा है। पिछले कई वर्षों से यह हो रहा है लेकिन मोदी सरकार के दौरान चुनाव आते-आते इनका इस्तेमाल दुरुपयोग ज्यादा तेजी से बढ़ा है। चारों तरफ ऐसा लगने लगा है कि जो भारतीय जनता पार्टी के साथ हैं वह स्वच्छ हैं लेकिन जो विरोध में है वे सब भ्रष्ट हैं। अनिल शास्त्री ने कहा- जिस तरह से इन एजेंसियों का दुरुपयोग हो रहा है। और डरा धमकाकर क्रॉस वोटिंग कराई जा रही है। हिमाचल प्रदेश में हमने देखा किस तरह से कांग्रेस के कैंडिडेट को वहां हराया गया, क्रॉस वोटिंग हुई। हमने महाराष्ट्र में देखा किस तरह से एक चुनी हुई चलती हुई सरकार को गिरकर शिवसेना के माध्यम से और भाजपा ने अपनी सरकार बनाई। ताज्जुब की बात यह है कि वही अजीत पवार, वही छगन भुजबल, जिनके खिलाफ इंक्वारी और केसेस चल रहे थे। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद या उनका सहयोग देने के बाद वह सारे केसेस वापस ले लिए गए। जिस तरह से एजेंसियों का इस्तेमाल हो रहा है। यह बहुत ही खतरनाक परिपाटी है। जो न केवल हमारे लोकतंत्र को आघात पहुंचा रहा है बल्कि हमारे देश की जो नींव और जो आजादी है। उस स्वतंत्रता पर भी ये लोग आघात पहुंचा रहे हैं। -कांग्रेस केंडिडेट के सामने ईडी, आईटी, सीबीआई भी अगर देखा जाए तो कांग्रेस पार्टी के हमारे कैंडिडेट को एक कैंडिडेट के खिलाफ नहीं लडऩा पड़ता। हमारे कैंडिडेट को चार-चार कैंडिडेट से लडऩा होता है। एक बीजेपी का कैंडिडेट, दूसरा ईडी, सीबीआई और चौथा इनकम टैक्स डिपार्टमेंट। इस तरह की लड़ाई बराबर की लड़ाई नहीं है। लोकतंत्र की परिभाषा यह है कि जब चुनाव होता है तो बिल्कुल फ्री और फेयर होना चाहिए। एक तरफा नहीं होना चाहिए। चुनाव आयोग को हमने देखा किस तरह से कमिश्नर्स का अपॉइंटमेंट हुआ। एक इलेक्शन कमिश्नर जिनको इस्तीफा देने को कहा गया और उसके बाद उनके चहेते को कमिश्नर नियुक्त किया गया। इन सब का इस्तेमाल किया जा रहा है। किस तरह से विरोधियों और विपक्षी दलों के खिलाफ यह लोग प्रहार कर रहे हैं। -15 लाख खाते में देने की बात जुमला साबित हुई अनिल शास्त्री ने कहा- कांग्रेस की गारंटी सबके सामने हैं। हम यह आश्वस्त करते हैं कि यह गारंटी जो राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी की गारंटी है। इन गारंटीयों को पूरा किया जाएगा। यह चुनावी जुमले नहीं है। जिस तरह से बीजेपी ने चुनावी चंदे दिए थे। 2014 के चुनाव में 15 लाख रुपए बैंक खाते में डालने की बात कही थी और उस समय के मतदाताओं को यह आश्वस्त किया था लेकिन जब बाद में यह नहीं हुआ और पूछा गया तो वर्तमान के केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने यह कहा कि यह तो चुनावी जुमला है। मोदी जी की जितनी भी गारंटी हैं। -बीजेपी को इलेक्टोरल बॉन्ड से 6500 करोड़ रुपए मिले पूर्व केन्द्रीय मंत्री अनिल शास्त्री ने कहा- इन्होंने इलेक्टोरल बॉन्ड का किस तरह से इस्तेमाल किया साढे 6000 करोड रुपए इलेक्टोरल बांड में बीजेपी को मिले। इसके बारे में ना तो चुनाव आयोग ने चर्चा की ना ही उनके सहयोगी दलों ने कोई बात की और उसको भी छुपा के रखा था जब तक सुप्रीम कोर्ट ने नहीं कहा होता तो यह पता भी नहीं चलता कि साढे 6000 करोड रुपए इनके पास है यह बड़े अफसोस की बात है कितने बड़े कांड के बाद कोई बोल नहीं रहा है ना ही प्रधानमंत्री की तरफ से कोई सफाई आई है ना किसी मंत्री की तरफ से सफाई आई यह पूरी तरह से संवेदनशील लोग हैं।