24-Apr-2024
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नई दिल्ली (ईएमएस)। कांग्रेस पार्टी के समाजिक न्याय सम्मेलन कार्यक्रम में राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस का मैनिफेस्टो देखकर पीएम घबरा गए हैं। यह कांतिकारी घोषणापत्र है। हमने जाति जनगणना कराने का वादा किया है। भाजपा दलित-ओबीसी की हिस्ट्री को मिटाना चाहती है। आपकी हिस्ट्री की जड़ को एक बार फिर लगाना होगा। जाति जनगणना को कोई शक्ति नहीं रोक सकती है। उन्होंने कहा कि मोदी ने 10 साल देश से कहा कि वो ओबीसी हैं। जैसे ही मैंने जाति जनगणना की बात की तो मोदी बोलने लगे की देश में सिर्फ दो जाति हैं अमीर और गरीब। मैं कहता हूं कि गरीबों की लिस्ट निकालिए, उसमें आपको दलित, आदिवासी-ओबीसी मिल जाएंगे, लेकिन अमीरों की लिस्ट में आपको ये तीनों समुदाय के लोग नहीं मिलेंगे। अगर आप सुपरपावर बनना चाहते हो 90 परसेंट (ओबीसी, आदिवासी,दलित ) की शक्ति का प्रयोग करना होगा। ये लोग अपने आपको देशभक्त कहते हैं, लेकिन एक्सरे यानी जनगणना से डरते है। ये मेरे लिए सामाजिक न्याय एक राजनीतिक मुद्दा नहीं है। ये अब मेरी लाइफ का मिशन है। लाइफ मिशन में कॉम्प्रोमाइज नहीं हो सकता है। -25 लोगों को 16 लाख करोड़ दिए राहुल ने कहा कि मैंने देश की टॉप 200 बड़ी कंपनियों की मालिकों की लिस्ट निकाली। इन 200 कंपनियों में से 25 लोगों को नरेंद्र मोदी ने 16 लाख करोड़ रुपए दिए हैं। इतने पैसे से देश के किसानों की 25 बार कर्जमाफी की जा सकती है। इन 200 कंपनियों में से एक आदिवासी नहीं, एक दलित नहीं, एक आगीसी नहीं है। जो मीडिया वाले मुझे नॉन सीरियस कह रहे हैं, उन कंपनियों के सीईओ और एंकरों की मैंने लिस्ट देखी है। 90 प्रतिशत मीडिया कंपनियों के सीईओ-एंकर और सीनियर लीडिरशिप में ओबीसी या दलित जाति के लोग नहीं है। मुझे जाति में कोई इंटरेस्ट नहीं है। मुझे न्याय में इंटरेस्ट है। मैंने सिर्फ कहा था कि पता लगाना चाहिए कि लोगों के साथ कितना अन्याय हो रहा है। इसके लिए जाति जनगणना यानी एक्सरे कराने की बात कही थी। मेरा इतना कहते ही भाजपा के लोग कहने लगे कि मैं देश को बांटने की कोशिश कर रहा हूं।