व्यापार
26-Apr-2024
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नई दिल्ली (ईएमएस)। वैश्विक चुनौतियों के बावजूद भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से बढ़ रही है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड सहित अंतरराष्ट्रीय संगठनों और रिजर्व बैंक ने मौजूदा वित्त वर्ष में भारत की अच्छी जीडीपी ग्रोथ का अनुमान दिया है। कई देशों में महंगाई का दबाव फिर बढ़ा है, लेकिन सरकार और आरबीआई के प्रयासों से भारत में महंगाई घटी है। इस बार मॉनसूनी बारिश सामान्य से अधिक होने के अनुमानों को देखते हुए अच्छी फसल होने और महंगाई और घटने की संभावना है। ‎वित्त मंत्रालय ने मंथली इकनॉमिक रिव्यू में ये बातें कहीं। रिव्यू में कहा गया है ‎कि वित्त वर्ष 2024 में रिटेल इंफ्लेशन में काफी कमी आई। यह कोविड महामारी के बाद अपने सबसे निचले स्तर पर आ गई। मार्च में कोर इंफ्लेशन 3.3 फीसदी रही। 2024 में मॉनसून सामान्य से बेहतर रहने का अनुमान फसलों के लिए शुभ संकेत है और इससे महंगाई की चिंता घटेगी। फरवरी में फूड इंफ्लेशन 8.66 फीसदी और मार्च में 8.52 फीसदी थी। सब्जियों के दाम फरवरी में 30.25 फीसदी चढ़े थे। मार्च में वेजिटेबल इंफ्लेशन 28.3 फीसदी पर आ गई थी। दालों में महंगाई दर फरवरी के 18.9 फीसदी से घटकर मार्च में 17.7 फीसदी हो गई थी। ओवरऑल रिटेल इंफ्लेशन फरवरी के 5.1 फीसदी से घटकर मार्च में 4.85 फीसदी हो गई थी। रिव्यू में कहा गया कि वैश्विक व्यापार में सुस्ती आ रही है, लेकिन चुनौतियों के बावजूद भारत का व्यापार घाटा आने वाले वर्षों में कम होने की उम्मीद है क्योंकि पीएलआई स्कीम का दायरा बढ़ रहा है। सतीश मोरे/26अप्रेल ---