दुबई से जुड़े है आरोपियों के तार भोपाल(ईएमएस)। सायबर क्राईम जिला भोपाल की टीम ने क्रिप्टो एक्सचेंज पर बिटकॉईन की तरह प्रॉफिट देने का लालच देकर फरियादी के साथ एक लाख 15 हजार की ठगी करने वाले मास्टर मांइड सहित फ्रॉड के लिये डेवलप की वेबसाइट बनाने वाले आरोपी को गिरफ्तार किया है। एडिशनल डीसीपी क्राइम ब्रांच शैलेंद्र सिंह चौहान ने जानकारी देते हुए बताया की कटारा हिल्स, निवासी राजेंद्र विराज सिंह वर्मा पिता स्व. श्री गोकुल प्रसाद 40 साल ने 17 अप्रैल को शिकायत करते हुए बताया था की उसके साथ सुमित जैन निवासी (दुबई फाउण्डर गोल्ड डेजर्ट काईन), अतुल जैन निवासी मण्डला एवं त्रिलोक पाटीदार निवासी भोपाल द्वारा बेवसाईट गोल्ड डेजर्ट कॉईन में रकम इन्वेस्ट करने पर कई गुना लाभ दिये जाने का लालच देकर 1 लाख 15 हजार रूपये की ठगी की गयी है। फरियादी ने बताया था की आरोपी आरोपी त्रिलोक पाटीदार ने एक एक मीटिंग अरेंज की और वहां उसे बताया गया कि रूपये इन्वेस्ट करने पर कुछ ही दिन में आपके रूपये तीन गुना हो जायेगे। जॉच के बाद पुलिस ने धारा 406, 420, 120(बी) के तहत मामला कायम कर लिया। सायबर क्राईम भोपाल टीम ने तकनीकी एनालिसिस के आधार पर हाथ लगे सुरागो के आधार पर बेवसाईट का धारक त्रिलोक पाटीदार और बेवसाईट का डेवपलपर अमर लाल वाधवानी को भोपाल से गिरफ्तार करते हुए उनके कब्जे से 3 मोबाईल, 1 लेपटॉप, 1 पीसी जप्त किया हैं। पूछताछ में पता चला कि आरोपी त्रिलोक पाटीदार पिता रामबाबू पाटीदार (36) निवासी विद्या नगर, भोपाल, स्थाई पता–ग्राम बेहराबल, जिला शाजापुर (म.प्र.) गोल्ड डेजर्ट कॉईन का मुख्य प्रमोटर है। उसने ग्रेज्यूएशन तक पढ़ाई की है, वह ही जालसाजी को मास्टरमांइड है। और दूसरा आरोपी अमर लाल वाधवानी पिता साधुराम वाधवानी (42) निवासी- दुर्गेश बिहार, जे.के रोड, भोपाल ने बीकॉम तक पढ़ाई की है, उसने ही ठगी के लिये क्रिप्टकरेंसी की बेवसाईट तैयार करने में त्रिलोक की मदद करते हुए बेवसाईट डेवलप की थी। अधिकारियो ने बताया कि त्रिलोक पाटीदार लोगो को अपने जाल में फंसाने के लिये देश के कई राज्यों में जाकर हाई प्रोफाईल होटलों में 100-150 लोगों को जमा कर उनको जीडीसी कॉइन में इन्वेस्ट करने पर बिटकॉईन की तरह जल्द ही उनकी रकम कई गुना बढ़ जाने का झांसा देता था। कुछ ठगी के बाद त्रिलोक पाटीदार का लालच बढ़ गया और उसने फ्रॉड के लिये अपने साथियों के साथ मिलकर ट्रेड क्रिप्टो 24 नाम से क्रिप्टो एक्सचेंज ही खड़ी कर दी। इस डीजीसी/जीडीसी कॉइन एवं ट्रेड क्रिप्टो 24 एक्सचेंज का कहीं भी कोई भी रजिस्ट्रेशन आरोपियों द्वारा नहीं करवाया गया यह केवल फ्रॉड के लिये ही डेवलप की गयी थी। यहां आरोपी छोटे-छोटे पे-आऊट करते जाते थे, लेकिन किसी का बड़ा पे-आऊट होता तो वह उसे रोक देते। छोटे-छोटे पे-आऊट मिलने पर लोगो को लगता था, कि उन्हें प्रॉफिट की करम मिल रही है। इस तरह से आरोपी पूरे देश भर में फ्रॉड कर रहे थे। आरोपियो ने देश भर में करोड़ो रूपये की ठगी की है, वहीं उनके तार दुबई से भी जुड़े हुए है। पुलिस दोनो ठगो से पूछताछ करने के साथ ही गिरोह के अन्य लोगो की तलाश कर रही है। जुनेद / 11 मई