ज़रा हटके
23-May-2024
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- खुद का क्लोन बनाने की क्षमता रखता था यह प्राणी बर्लिन (ईएमएस)। जर्मनी में खुदाई के दौरान 1500 करोड़ साल पुराना स्टारफिश जैसा दुर्लभ जीव मिला है। यह दुर्लभ जीव यहां के एक चूना पत्थर के भंडार में पाया गया। ये जीव खुद का क्लोन (शरीर के भाग तोड़ कर) बनाने की क्षमता रखता था। वह अपने समरूप संतान पैदा कर लेता था। वैज्ञानिकों ने बताया कि स्टारफिश के जैसा यह जीव भी छह भुजाएं वाला था। इसमें अपने शरीर को दोबारा जिंदा करने की क्षमता थी। रिसर्चरों की देख रेख में यह खुदाई 2018 की गई थी। यह खदान कभी मूंगा घास के मैदानों और स्पंज बेड से भरा एक गहरा लैगून हुआ करता था। शोधकर्ताओं को इस प्रकार की पहली प्रजाती मिली है। उन्होंने कहा कि यह टूटने वाले स्टारफिश के प्रकार के प्रजाति यह एकमात्र ज्ञात नमूना है, जिसे उन्होंने ओफियाक्टिस हेक्स नाम दिया है। क्लोनिंग करने वाला जीव अपने शरीर के कुछ हिस्सों को तोड़कर और उन्हें फिर से उनको विकसित करता था इस प्रक्रिया से वह आनुवंशिक रूप से समान संतान पैदा कर लेता था। इस प्रक्रिया को विखंडन भी कहा जाता है। यूरोपीय देश लक्जमबर्ग के म्यूजियम के जीवाश्म विज्ञानी डॉ. बेन थ्यू इसके बारे में बताते हैं, ‘क्लोनल विखंडन के बारे में जीव विज्ञान और पारिस्थितिक विज्ञान में तो अच्छी जानकारी है, लेकिन इस जीव के विकास और भूवैज्ञानिक इतिहास के बारे में हमें कुछ भी मालूम नहीं है।’ यह खोज अपने आप में और महत्वपूर्ण है क्योंकि वैज्ञानिकों के पास इसके पहली बार की विखंडन के विकास के सटीक समय के बारे में जानकारी नहीं है। 1500 करोड़ साल पुराने इस जीवाश्म को ऐसे संरक्षित किया गया है कि उसके सभी हुक-आकार की बांह और उनके अंदर की रीढ़ दिखाई दे। इसका नाम टेरी प्रसेट के डिस्कवर्ल्ड उपन्यासों में से एक में जादुई सुपर कंप्यूटर के नाम पर रखा गया है, एक ऐसी मशीन है जो अकल्पनीय चीजों के बारे में भी सोचने में सक्षम है। डॉ. थ्यू और उनकी टीम ने अध्ययन में कहा, रिप्रोडक्शन की प्रक्रिया में दो भागों में अलग होना और शरीर के मिसिंग पार्ट को दोबारा विकसित करने की प्रक्रिया की जानकारी तो है, लेकिन, रिप्रोडक्शन के दौरान शरीर के आधे भाग को फ्रीज करने की प्रक्रिया बेहद दुर्लभ है। सुदामा/ईएमएस 23 मई 2024