अंतर्राष्ट्रीय
20-Jun-2024
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पहले ताइवान अब दलाईलामा से मुलाकात वाशिंगटन (ईएमएस)। अमेरिकी संसद का एक ताकतवार प्रतिनिधिमंडल इन दिनों भारत दौरे पर है। प्रतिनिधमंडल में अमेरिकी संसद की पूर्व स्पीकर नैंसी पेलोसी शामिल हैं, जिन्होंने तिब्बती धर्मगुरु दलाई लामा से मुलाकात की। लेकिन चीन को ये मुलाकात पंसद नहीं आई। नाराजगी में चीन ने अमेरिकी डेलिगेशन को चेतावनी तक दे डाली। नैंसी पेलोसी सहित अमेरिकी प्रतिनिधियों ने धर्मशाला में दलाई लामा से मुलाकात की है। लेकिन मुलाकात का असल मकसद उस बिल पर चर्चा करना है, जिस पर जल्द अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन हस्ताक्षर कर सकते हैं। बिल का उद्देश्य चीन पर दबाव बनाना है ताकि वह तिब्बत के साथ चल रहे विवाद को निपटा सके। यह बिल 12 जून को अमेरिकी संसद में पारित हुआ था। बिल में अमेरिका, तिब्बत के इतिहास, लोगों और संस्थाओं के बारे में चीन की ओर से फैलाए जा रहे दुष्प्रचार से निपटने के लिए फंड मुहैया कराएगा। अब सवाल हैं कि नैंसी पेलोसी क्यों चिढ़ता है चीन? नैंसी पेलोसी का ताल्लुक राजनीतिक परिवार से रहा है। 84 साल की नैंसी पेलोसी 5 बच्चों की मां और नौ बच्चों की दादी हैं। पेलोसी अक्सर कहती हैं कि उनका इरादा कभी राजनीति में आने का नहीं था। नैंसी के पिता थॉमस डीएलेसेंड्रो जूनियर ने बाल्टीमोर के मेयर के रूप में काम किया है। उन्होंने पांच बार कांग्रेस में शहर का प्रतिनिधित्व किया। नैंसी के भाई थॉमस डीएलेसेंड्रो-3 ने भी बाल्टीमोर के मेयर के तौर पर काम किया। पेलोसी अक्सर अपने पिता के चुनावी अभियानों में भाग लेती थीं। उन्हें वोट बटोरने में महारत हासिल है। ओबामा के पूर्व मुख्य रणनीतिकार डेविड एजेलरोड ने नैंसी से पूछा था कि उन्होंने अपने पिता से क्या सीखा। इसके जवाब में पेलोसी ने कहा कि मैंने उनसे वोट इकट्ठे करना सीखा है। पेलोसी पहली बार 1987 में सदन के लिए चुनी गई थीं। उन्होंने अमेरिकी राजनीति में सबसे शक्तिशाली महिलाओं में से एक के रूप में कार्यकाल पूरा किया है। डेमोक्रेटिक नेता पेलोसी ने 2007 में पहली महिला स्पीकर बनकर इतिहास रचा था। फिर 2019 में उन्होंने स्पीकर का पद हासिल किया। स्पीकर के तौर पर उनका कार्यकाल जनवरी 2023 में पूरा हुआ था। पेलोसी डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ खड़े होने वालीं आखिरी शख्स थीं। पेलोसी ने सुनिश्चित किया था कि ट्रंप दो बार महाभियोग चलाने वाले एकमात्र अमेरिकी राष्ट्रपति बनें। दूसरा प्रयास उनके कार्यकाल की समाप्ति से केवल सात दिन पहले किया गया था, जहां एक तरफ उनके उग्र व्यक्तित्व ने उन्हें हमेशा विरोध के निशाने पर रखा, तब वहीं दूसरी तरफ उन्हें पसंद करने वाले लोंगों की भी कमी नहीं रही है। बीते साल अगस्त में नैंसी तब चर्चा में आई थीं, जब वे अमेरिका की हाउस स्पीकर के पद पर रहते हुए ताइवान के दौरे पर गई थीं। उनके इस दौरे का चीन ने जबरदस्त विरोध किया था। दरअसल, ताइवान को चीन अपने क्षेत्र का हिस्सा मानता है। इसके बाद चीन ने अमेरिका को गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। आशीष/ईएमएस 20 जून 2024