वाशिंगटन(ईएमएस)। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति और एक बार फिर राष्ट्रपति बनने के लिए चुनावी मैदान में कूदे डोनाल्ड ट्रंप अति आत्मविश्वास में बड़ा धोखा खा गए। उन्हे उनकी प्रतिद्वंदी कमला हैरिस ने चारो खाने चित कर दिया है। तीन महीने पहले ही रेस में उतरी भारतीय मूल की कमला हैरिस ने अपनी पहली डिबेट में महारथी ट्रंप को धूल चटा दी। ट्रंप जो पहले, कमला हैरिस को अपने सामने कुछ न कहकर उनकी लगातार खिल्ली उड़ा रहे थे और दावा कर रहे थे कि कमला हैरिस से उनका कोई मुकाबला नहीं। बुधवार को पेन्सिलवेनिया में 90 मिनट चली बहस के दौरान कमला हैरिस हर मौकों पर ट्रंप पर भारी दिखीं। ट्रंप अपने ही कई बयानों से बैकफुट पर नजर आए। हैरिस अमेरिकी विदेश नीति, अर्थव्यवस्था, सीमा सुरक्षा और गर्भपात जैसे विषयों पर ट्रंप को घेरने में कामयाब रही। डेमोक्रेटिक पार्टी की ओर से राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस ने पहली बहस में रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनाल्ड ट्रंप को पछाड़ दिया। हैरिस अमेरिकी विदेश नीति, अर्थव्यवस्था, सीमा सुरक्षा और गर्भपात जैसे विषयों पर ट्रंप को घेरने में कामयाब रहीं। ट्रंप के साथ बहस के दौरान हैरिस पूर्व ‘प्रेसिडेंशियल डिबेट’ में राष्ट्रपति जो बाइडेन के निराशाजनक प्रदर्शन की भरपाई करने काफी कामयाब रहीं। पेन्सिलवेनिया में 90 मिनट चली इस बहस के दौरान हैरिस (59) ने अंत में टिप्पणी की, ‘‘मुझे लगता है कि आपने आज रात देश के लिए दो बिल्कुल अलग-अलग दृष्टिकोण सुने। एक जो भविष्य पर केंद्रित है और दूसरा जो अतीत पर केंद्रित है तथा हमें पीछे की ओर ले जाने वाला है, लेकिन हम पीछे नहीं जा रहे हैं।’’ उन्होंने दावा कि दुनिया के नेता ‘‘डोनाल्ड ट्रंप पर हंसते हैं’’ और उनका उपहास उड़ाने में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मैंने सैन्य नेताओं के साथ बात की है, जिनमें से कुछ आपके साथ काम कर चुके हैं। उनका कहना है कि आप एक कलंक हैं।’’ ट्रंप (78) ने भी हैरिस को घेरने का प्रयास करते हुए पूछा कि आखिर अभी वह जो वादे कर रही हैं उसे उन्होंने राष्ट्रपति जो बाइडेन और अपने नेतृत्व वाले प्रशासन में इन साढ़े तीन वर्षों के कार्यकाल में क्यों नहीं पूरा किया? पूर्व राष्ट्रपति ने बहस के समापन में अपनी टिप्पणी में कहा, ‘‘उन्होंने इसी बात से शुरुआत की कि वह ऐसा करेंगी, वह वैसा करेंगी। वह ये सारी बेहतरीन चीजें करने वाली हैं, लेकिन अब तक उन्होंने ऐसा क्यों नहीं किया? इन सबको करने के लिए उनके पास साढ़े तीन साल का समय था। सीमा का विवाद सुलझाने के लिए उनके पास साढ़े तीन साल थे। रोजगार पैदा करने के लिए और जिन भी चीजों पर हमने बात की, इसके लिए उनके पास साढ़े तीन साल थे। उन्होंने तब ऐसा क्यों नहीं किया?डिबेट के दौरान हैरिस ने कहा, ‘‘जैसा कि मैंने कहा था कि आपको कई झूठ सुनने को मिलेंगे और वास्तव में यह कोई चौंकाने वाली बात नहीं है।’’ उन्होंने कहा कि अगर ट्रंप फिर से राष्ट्रपति बनते हैं तो वह राष्ट्रीय गर्भपात प्रतिबंध विधेयक पर हस्ताक्षर करेंगे। उन्होंने दावा किया, ‘‘एक राष्ट्रीय गर्भपात निगरानी तंत्र होगा, जो आपकी गर्भावस्था, आपके गर्भपात की निगरानी करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अमेरिकी लोगों का मानना है कि कुछ स्वतंत्रताएं, विशेष रूप से अपने शरीर के बारे में निर्णय लेने की स्वतंत्रता, सरकार द्वारा नहीं दी जानी चाहिए।’’ ट्रंप ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि गर्भपात की नीति राज्यों द्वारा तय की जानी चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘हैरिस एक बार फिर झूठ बोल रही हैं। मैं ऐसे किसी विधेयक पर हस्ताक्षर नहीं करने वाला हूं। डेमोक्रेटिक पार्टी, रिपब्लिकन पार्टी और कानूनविद सभी इसे राज्यों में वापस लाना चाहते हैं और राज्य इसके पक्ष में हैं।’’ चुनावी रैलियों को लेकर भी दोनों के बीच नोकझोंक हुई।पूर्व राष्ट्रपति ने अपने संबोधन में कई बार अफगानिस्तान का मुद्दा उठाया और कहा कि जिस तरह से वहां से अमेरिकी सेना को वापस बुलाया गया वह ‘‘अमेरिका के इतिहास में सबसे शर्मनाक पल था’’। इस पर हैरिस ने तालिबान के साथ उनकी बातचीत का जिक्र करते हुए कहा कि यह याद रखना चाहिए कि (सैनिकों की) वापसी किस हालात में हुई। ट्रंप ने दावा किया कि हैरिस ‘‘इजराइल से नफरत’’ करती हैं जिस पर उपराष्ट्रपति ने पलटवार करते हुए कहा कि ट्रंप ‘‘तानाशाहों’’ को पसंद करते हैं। वीरेन्द्र विश्वकर्मा/ईएमएस 12 सितंबर 2024 -------------------------------------------------