मुम्बई (ईएमएस)। क्रिकेट में कुछ प्रतिभाशाली क्रिकेटरों का जीवन नशे की आदत से तबाह हुआ है। इन्हीं में से एक पूर्व बल्लेबाज विनोद कांबली भी हैं। नब्बे के दशक में कांबली की गिनती एक बेहद प्रतिभाशाली खिलाड़ी के तौर पर होती थी और माना जाता था कि वह कई बड़े रिकार्ड बनायेंगे पर ऐसा हुआ नहीं। कांबली को कई दिग्गज सचिन तेंदुलकर से भी ज्यादा प्रतिभाशाली मानते थे। टेस्ट में सबसे कम उम्र में दोहरा शतक बनाने वाले कांबली नशे की लत के कारण अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की अच्छी शुरुआत को आगे नहीं बढ़ा पाये। साल 1993 में इंग्लैंड के खिलाफ जब टेस्ट में उन्होंने 21 साल की उम्र में दोहरा शतक लगा दिया था पर शराब पीने की बुरी लत और ग्लैमर ने उनका करियर तबाह कर दिया और वह केवल 17 टेस्ट खेलकर ही बाहर हो गये। इसमें उन्होंने दो दोहरे शतक लगाये थे। वहीं दिवंगत ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर एंड्रयू साइमंड्स एक बेहतरीन ऑलराउंडर माने जाते थे पर शराब पीने की आदत ने उनका भी करियर खराब कर दिया था। साल 2009 तक सब ठीक था पर इसके बाद क्रिकेट बोर्ड ने अनुशासनहीनता के कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया। इसके बाद वह वापसी नहीं कर पाए और साल 2022 में एक सड़क हादसे का शिकार हो गये। इसके अलावा न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के ऑलराउंडर जेसी राइडर के करियर की शुरुआत भी काफी अच्छी थी। टेस्ट और एकदिवसीय दोनों में ही इस खिलाड़ी ने अच्छी शुरुआत कर 3-3 शतक लगाये। टी20 में भी उनका प्रदर्शन ठीक ठाक था पर शराब की आदत ने उनका भी करियर बेकार कर दिया। ऑस्ट्रेलिया के एक और ऑलराउंडर जेम्स फॉकनर का क्रिकेट में भी जिस तेजी से बढ़ा शराब की आदत के कारण नीचे आ गया। मैनचेस्टर में शराब पीकर गाड़ी चलाने पर वह गिरफ्तार हुए थे जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। गिरजा/ईएमएस 02 अक्टूबर 2024