राष्ट्रीय
02-Oct-2024
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-कोविड-19 भी हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों का एक महत्वपूर्ण कारण नई दिल्ली,(ईएमएस)। आज हार्ट अटैक के मामलों में बढ़ोतरी हो रही है, खासकर युवा वर्ग में। 29 सितंबर को विश्व हृदय दिवस मनाया गया जिसमें लोगों को दिल के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया। इस साल की थीम थी यूज़ हार्ट फॉर एक्शन, जो लोगों को अपने दिल का खास ध्यान रखने के लिए प्रेरित करती है। विशेषज्ञों के मुताबिक वर्तमान में हृदय रोग का प्रकोप पुरुषों के साथ-साथ महिलाओं में भी बढ़ रहा है। हर साल अनुमानित 17.9 मिलियन लोगों की मौत हार्ट डिजीज से होती है और इसका प्रमुख कारण खराब जीवन शैली है। उन्होंने यह भी बताया कि हाल ही में किए गए शोधों में कोविड-19 को भी हार्ट अटैक के बढ़ते मामलों का एक महत्वपूर्ण कारण माना है। विशेषज्ञों का कहना है कि हार्ट अटैक के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, इसलिए व्यक्ति को समय-समय पर अपनी स्वास्थ्य जांच कराते रहना चाहिए। उन्होंने नियमित रूप से रक्त जांच और महत्वपूर्ण परीक्षण कराने की सलाह दी है, ताकि हाइपरलिपिडिमिया और मधुमेह जैसे हार्ट अटैक के कारणों का पता लगाया जा सके। वैश्विक अध्ययनों में यह सामने आया है कि भारतीयों में हार्ट अटैक का खतरा सबसे ज्यादा है। युवाओं में यह समस्या चिंता का कारण है, इसलिए नियमित जांच और रोकथाम उपायों पर जोर देना जरुरी है। इसके अलावा, जेनेटिक कारणों से भी हार्ट अटैक के मामलों सामने आते हैं। विशेषज्ञ यह भी बताया कि डिजिटल युग में लोग अपने स्वास्थ्य को लेकर जागरूक हो रहे हैं। लोग नियमित रूप से टेस्ट कराकर सही समय पर उचित कदम उठा रहे हैं। उन्होंने बताया कि एपोलिपोप्रोटीन ई और एपोलिपोप्रोटीन ए1 जैसे कुछ मार्करों का हार्ट डिजीज से सीधा संबंध है। साधारण परीक्षणों के जरिए से कोलेस्ट्रॉल के स्तर, रक्तचाप, सूजन और हृदय स्वास्थ्य से संबंधित बीमारियों का आसानी से पता लगाया जा सकता है। सिराज/ईएमएस 02 अक्टूबर 2024