सिडनी (ईएमएस) । इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने कहा कि पहले टेस्ट में हार का कारण ऑस्ट्रेलियाई टीम में आक्रामकता की कमी होना रहा। वॉन ने कहा कि भारतीय टीम के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के इस मैच में उन्हें कभी भी ऑस्ट्रेलियाई टीम में आक्रामकता नहीं दिखी थी। उनकी बल्लेबाजी में पहले वाली चमक नहीं थी। अब ऑस्ट्रेलियाई टीम एडिलेड ओवल में 6 दिसंबर को होने वाले दिन-रात के दूसरे मैच में बेहतर प्रदर्शन के इरादे से उतरेगी। पहले टेस्ट में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी क्रम पूरी तरह से असफल रहा। स्टीव स्मिथ और मार्नस लाबुशेन जैसे बल्लेबाज भी रन नहीं बना पाये केवल ट्रेविस हेड ही कुछ हद तक भारतीय गेंदबाजों का सामना कर पाये। वहीं दूसरी ओर भारतीय टीम की ओर से यशस्वी जायसवाल और विराट कोहली ने शतकीय पारियों खेली। जिसके कारण मेजबान टीम को विशाल लक्ष्य मिला। इसका पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी मानसिक और शारीरिक रूप से थक गये। वॉन ने कहा कि भातरीय टीम एक बार आत्मविश्वास महसूस करने के बाद बेहद खतरनाक हो जाती है और यह पर्थ में दिखाई दिया क्योंकि उनकी बॉडी लैंग्वेज और खेलने का तरीका आक्रामक था। वॉन ने कहा, भारतीय टीम एक बहुत ही खतरनाक टीम है, खासकर जब उन्हें आत्मविश्वास मिलना शुरू होता है और मुझे लगता है कि हमने पर्थ में यह देखा था। उनके पास वह ऊर्जा और वह आक्रामक स्वभाव है, और यही एक चीज है जिसने मुझे पर्थ में हौरान कर दिया। मुझे पता है कि भारत शीर्ष पर था, लेकिन भारत एक अधिक आक्रामक टीम की तरह लग रहा था। वहीं ऑस्ट्रेलिया एक ऐसी टीम की तरह लग रहा था जो बस खेल रही थी। उन्होंने कहा, मैंने कोई आक्रामकता नहीं देखी। यशस्वी के खिलाफ बाउंसर थ्योरी नहीं देखी। मैंने मैदान पर किसी तरह का टकराव नहीं देखा। वॉन ने कहा कि शायद ऑस्ट्रेलियाई टीम को रिटायर्ड बल्लेबाज डेविड वार्नर की कमी खली जिन्होंने अपनी बल्लेबाजी और मैदान पर टकराव, स्लेजिंग और मजाक के माध्यम से बहुत ऊर्जा और आक्रामकता दिखाई। इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ने यह भी कहा कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी उनकी गेंदबाजी की तुलना में उन्हें अधिक निराश कर रही है क्योंकि पैट कमिंस की अगुआई वाली मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और नाथन लियोन की चौकड़ी अभी भी शीर्ष टीमों को आउट कर सकती है। गिरजा/ईएमएस 05दिसंबर 2024