30-Jan-2025
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:: उदय नगर जिनालय में बड़ी संख्या में पहुंचे श्रावक-श्राविकाएं ; धर्मसभा में मुनिश्री का लिया आशीर्वाद :: :: मुनिश्री के सान्निध्य में हुआ मुख्य पात्रों का चयन - सौधर्म इंद्र पात्र का चयन आज होगा :: इन्दौर (ईएमएस)। आज संसार में इंसान धन कमाने के चक्कर में दिन रात मेहनत करता रहता है। उसका ध्येय कर्म ही पूजा, दुकान ही मंदिर और ग्राहक ही भगवान रह गया है। लेकिन जब भाग्य, कर्म या पाप उदय में आता है तो सब किया धरा यहीं रह जाता है। इसलिए जिसे दुनिया मेहनती कहती है उसे भगवान लोभी कहते हैं। जीवन में अपना पुण्य इतना मजबूत रखो कि उस पुण्य के कारण तुम्हारे जीवन के सारे काम सधते चले जाए। जब तक तीर्थंकर प्रवृति में ना आएं तब तक पुण्य का संचय करते रहो। जीवन में यह बहुत काम आएगा। उक्त विचार उदय नगर जिनालय में मुनिश्री विनम्र सागर महाराज ने सभी श्रावक-श्राविकाओं को धर्मसभा में संबोधित करते हुए व्यक्त किए। मुनिश्री ने आगे धर्मसभा में कहा कि जिस प्रकार अग्नि एक होती है और जब प्रज्वलित होती है तो वह प्रकाश भी देती है, पोषण भी करती है और भस्म भी कर देती है। ठीक उसी प्रकार भक्ति की भी सामथ्र्य होती है। भक्ति में त्याग, साधना, तप, संयम की जरूरत नहीं होती। अग्नि की तरह भक्ति भी एक होती है लेकिन उसके रूप अनेक होते हैं। जीवन में साधना का पल्ला भले ही ना पकड़ों लेकिन भक्ति का पल्ला जरूर पकड़ना चाहिए। धर्मसभा में शंभु कुमार और लक्ष्मण के दृष्टांत भी मुनिश्री ने सुनाए। दयोदय फाउंडेशन चेरिटेबल ट्रस्ट एवं कल्पद्रूम महामंडल विधान महोत्सव समिति संरक्षक राजेश उदावत, अध्यक्ष राहुल जैन (स्पोर्ट्स वर्ल्ड), मनीष नायक एवं मीडिया प्रभारी राजीव जैन ने बताया कि गुरूवार को मुनिश्री विनम्र सागर महाराज का मंगल प्रवेश उदय नगर जिनालय पर हुआ। मुनिश्री के मंगल प्रवेश जुलूस के दौरान सभी घरों से मुनिश्री का पाद-पक्षालन कर अगवानी की गई। वहीं मार्गों पर रंगोली के साथ ही वंदनवार भी सजाए गए। बैंड़-बाजों की स्वरलहरियों के बीच सैकड़ों युवा नाचते-थिरकते चल रहे थे तो वहीं मध्यभाग में महिलाएं भजनों की प्रस्तुति देते हुए चल रही थी। जैसे-जैसे मुनिश्री का जुलूस आगे बढ़ता गया वैसे-वैसे जैन धर्मावलंबी जुड़ते चले गए थे। विभिन्न मार्गों से होते हुए मंगल जुलूस उदय नगर जिनालय पहुंचा जहां मुनिश्री ने धर्मसभा को संबोधित किया। धर्मसभा के पश्चात मुनिश्री ने सभी श्रावक-श्राविकाओं को आशीर्वाद भी दिया एवं महावीर नगर ग्राउंड पर 2 से 9 फरवरी तक होने वाले श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान में पुण्य लाभ अर्जित करने के लिए कहा। राहुल जैन ने बताया कि उदय नगर जिनालय में प्रवचनों के पश्चात पदाधिकारियों का सम्मान भी किया गया। उदय नगर प्रवचन के दौरान सतीश डबडेरा, सचिन जैन (उद्योगपति), मनोज बाकलीवाल, अजय जैन मिंटा, दिलीप पाटनी, विमल अजमेरा, एल.सी.जैन, अखिलेश जैन, डीके जैन, नवीन अजमेरा, राजीव जैन, सौरव जैन, मधुर जैन, रितेश जैन, मनीष जैन आदि उपस्थ‍ित थे। :: मुनिश्री के सान्निध्य में हुआ मुख्य पात्रों के लिए परिवार का चयन :: अध्यक्ष राहुल जैन ने बताया कि उदय नगर में श्री 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान के मुख्य पात्रों का भी चयन मुनिश्री के सान्निध्य में हुआ। महोत्सव के मुख्य तीन पात्रों में से दो पात्र चक्रवर्ती इंद्र एवं कुंबेर इंद्र बनने का लाभ मनीष नायक परिवार एवं निखिल जैन परिवार को प्राप्त हुआ। महोत्सव में मुख्य सौधर्म इंद्र के पात्र का चुनाव आज होगा। महामंडल विधान के लिए सभी पात्रों का चयन व कार्यक्रम की तैयारियां मुनिश्री के दिशा-निर्देश अनुसार ही की जा रही हैं। :: विश्व शांति के लिए होगा कल्पद्रुम महामंडल विधान, 108 समवशरण बनकर तैयार :: मुनिश्री विनम्र सागर महाराज ने बताया कि विश्व शांति व देश की समृद्धि के उद्देश्य से श्री 1008 कल्पद्रूम महामंडल विधान का आयोजन किया जा रहा है। इस विधान को करने से पुण्य फल की प्राप्ति के साथ ही मन वांछित फल भी प्राप्त होता हैं। जैन समाज में इस विधान का ग्रंथों में उल्लेख दिया गया हैं। इस विधान का जैन समाज में बहुत महत्व है। इस विधान को करने से समस्त रोग, शोक, दु:ख क्लेश दूर होते हैं एवं परिवार में सुख, समृद्धि बढ़ती हैं। मुनिश्री विनम्र सागर महाराज ने बताया कि महावीर नगर ग्राउंड पर होने वाला 1008 कल्पद्रुम महामंडल विधान भव्य व दिव्य होगा। इसमें 108 समवशरण की रचना की गई है। सौधर्म इंद्र, चक्रवर्ती इंद्र एवं यज्ञनायक इंद्र यह तीन मुख्य समवशरण अलग से तैयार करवाएं गए हैं, जिसमें मुख्य लाभार्थी परिवार विधान की सभी विधियां करेंगे। इसी के साथ 24 समवशरण अलग से बने हैं जिसमें 8 लोगों के बैठने की व्यवस्था रहेगी। 80 समवशरण की अलग से रचना की गई है जिसमें 6 लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है। महावीर नगर ग्राउंड पर 1 लाख स्के फीट में भव्य डोम बनाया गया है। जिसमें 25 हजार से अधिक लोगों की बैठने की व्यवस्था की गई है। महोत्सव में इन्दौर सहित 15 राज्यों के जैन धर्मावलंबी इस विधान के साक्षी बनेंगे। :: वरिष्ठ समाजसेवियों का होगा नागरिक अभिनंदन :: महोत्सव अध्यक्ष राहुल जैन ने बताया कि 2 से 9 फरवरी तक आयोजित होने वाले इस विधान में सामाजिक व धार्मिक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले वरिष्ठ समाजसेवियों का नागरिक अभिनंदन भी किया जाएगा। इसके लिए 31 लोगों का चयन होगा। नागरिक अभिनंदन के लिए दिगंबर जैन समाज के सभी नागरिकों से प्रविष्टियां भी बुलाई गई हैं। राहुल जैन ने बताया कि नागरिक अभिनंदन में आम से लेकर खास सभी प्रविष्टियां दे सकते हैं। परिवार, समाज, शहर, प्रदेश व देश स्तर पर जनसेवा के कार्य करने वाले समाजसेवियों का इसमें सम्मान किया जाएगा। समाज बंधु अपनी प्रविष्टियां 8980805858, 8085997712 व 6266488898 पर भेज सकते हैं। उमेश/पीएम/30 जनवरी 2025