- गैंगवार में चली तलवारें, कट्टे और गोलियां कोरबा (ईएमएस): कोयला खदान के वर्चस्व को लेकर कोरबा जिले के पाली क्षेत्र में दो गुटों के बीच भीषण गैंगवार हो गया, जिसमें ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल की मौत हो गई और कई लोग घायल हो गए। इस घटना के बाद पाली नगर में भारी तनाव व्याप्त है। स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कोरबा जिला पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी स्वयं मौके पर पहुंचे और पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है। गैंगवार में चली तलवारें, कट्टे और गोलियां सूत्रों के अनुसार, सरायपाली बुड़बुड़ खदान में लोडिंग को लेकर दो गुटों में विवाद हुआ, जो देखते ही देखते खूनी संघर्ष में बदल गया। कत्ता, तलवार और बंदूक का इस्तेमाल किया गया। बताया जा रहा है कि ट्रांसपोर्टर रोहित जायसवाल को सीने और पेट में चाकू व गोली मारी गई, जिससे उनकी मौत हो गई। गैंगवार में पांच लोग गंभीर रूप से घायल हुए, जिनमें से दो को अस्पताल पहुंचाया गया। वहीं, तीन लोग कथित रूप से लापता बताए जा रहे हैं। कोरबा पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ तिवारी लगातार घटनाक्रम पर नजर बनाए हुए हैं और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया गया है। पुलिस ने आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और दोषियों पर सख्त कार्रवाई का भरोसा दिया है। पाली गैंगवार से उपजे हालात पर पूरे जिले की नजरें टिकी हुई हैं। प्रशासन स्थिति पर नियंत्रण के लिए पूरी तरह सतर्क है। पाली बंद की घोषणा, तनाव के बीच पुलिस सतर्क इस घटना के बाद पाली नगर में शोक और आक्रोश का माहौल बन गया है। स्थानीय लोगों ने नगर बंद का आह्वान किया है। बढ़ते तनाव के मद्देनजर पाली क्षेत्र में भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और साइबर टीम को भी सक्रिय कर दिया गया है। थाना प्रभारी पर गिरी गाज, 8-9 आरोपियों ने किया आत्मसमर्पण गैंगवार की घटना के बाद पाली थाना प्रभारी विनोद सिंह को ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में लाइन अटैच कर दिया गया है। उनकी जगह दर्री थाना प्रभारी राजेश तिवारी को नया पाली थाना प्रभारी बनाया गया है। पुलिस की कड़ी कार्रवाई के बीच 8-9 कथित आरोपियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है और अन्य संदेहियों की तलाश जारी है। मृतक के परिजनों की शिकायत के आधार पर नामजद आरोपियों की धरपकड़ तेज कर दी गई है। भाजपा नेताओं ने घटना पर जताया आक्रोश घटना के बाद भाजपा जिला अध्यक्ष मनोज शर्मा, भाजपा जिला उपाध्यक्ष संजय भावनानी और पाली नगर पंचायत अध्यक्ष अजय जायसवाल थाना पहुंचे और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की।