ज़रा हटके
20-Apr-2025
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लंदन(ईएमएस)। एक व्यक्ति के जबड़े में क्लिकिंग की समस्या थी। कई डॉक्टरों को दिखाया और कई तरह के टेस्ट किए गए लेकिन फायदा बिलकुल नहीं हुआ। इसके बाद इस समस्या का समाधान चैट जीपीटी से पूछा गया तो उसने सटीक जानकारी दी। इस पर अमल करने पर काफी कुछ फायदा हो गया है। लिंक्डइन के को-फाउंडर रीड हॉफमैन ने एक वायरल रेडिफ पोस्ट को शेयर किया है, जिसमें एक यूजर ने दावा किया कि चैटजीपीटी ने पांच साल पुरानी मेडिकल कंडीशन को एक मिनट से भी कम समय में ठीक करने में उनकी मदद की है। पोस्ट के अनुसार रेडिट यूजर को लगातार जबड़े में क्लिकिंग होती थी, जिसकी वजह शायद मुक्केबाजी के दौरान लगी की चोट थी। एक यूजर के डॉक्टर चैटजीपीटी से नफरत करेंगे क्योंकि यह वेबएमडी से 1000 प्रतिशत अधिक उपयोगी है वाले कॉमेंट पर हॉफमैन ने असहमति जताई। हॉफमैन ने कहा, मुझे यकीन नहीं है कि वे इससे नफरत करेंगे। अगर सही तरीके से लागू किया जाए तो एआई डॉक्टरों को हर मरीज की बीमारी को तेजी से डायग्नोस करने, कम पेपरवर्क और एक दिन में अधिक मरीजों को देखने में मदद कर सकता है। मेडिकल एक्सपर्ट प्रोफेश्नल डायग्नोसिस के विकल्प के रूप में एआई टूल्स के यूज को लेकर आगाह करते आ रहे हैं। वहीं, इस रेडिट पोस्ट ने इस बहस को और हवा दे दी है कि कैसे एआई डेली हेल्थ एडवाइस और सप्लीमेंट क्लिनिकल केयर को बदल सकता है। यूजर ने कहा कि ईएनटी स्पेशलिस्ट को दिखाने, दो एमआरआई करवाने और मैक्सिलोफेशियल स्पेशलिस्ट को दिखाने के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हुआ। निराश होकर यूजर ने बीमारी के समाधान के लिए चैटजीपीटी को ट्राई करने का फैसला किया। एआई ने यूजर को बताया कि उनके जबड़े की डिस्क थोड़ी डिस्लोकेट लेकिन मूवेबल हो सकती है। चैटजीपीटी ने यूजर को सलाह दी कि वे जीभ की प्लेसमेंट और सिमेट्री से जुड़ी माउथ-ओपनिंग तकनीक को ट्राई करें। यूजर ने लिखा, मैंने चैटजीपीटी के निर्देशों का पालन अधिकतम एक मिनट तक किया और अचानक कोई क्लिक नहीं हुआ। पांच साल तक इस प्रॉब्लम के साथ रहने के बाद एआई ने मुझे एक मिनट में समाधान दे दिया। अवास्तविक। वीरेंद्र/ईएमएस/20अप्रैल2025