अंतर्राष्ट्रीय
23-Apr-2025
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आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की जरूरत पर दिया जोर अबू धाबी,(ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले ने न केवल भारत बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी कड़े प्रतिरोध और संवेदनाएं सामने आई हैं। 28 बेगुनाह पर्यटकों की हत्या के बाद खाड़ी देशों सऊदी अरब, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) और ईरान, इराक आदि ने इस हमले की तीखी निंदा की है और आतंकवाद के खिलाफ भारत के साथ खड़े होने की बात कही है। सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान ने पीएम मोदी के साथ बातचीत में पहलगाम हमले को नृशंस और कायराना बताया है। उन्होंने मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना जताई और भारत के साथ मिलकर आतंकवाद से लड़ने के संकल्प दोहराया। इस मुद्दे पर दोनों नेताओं की बातचीत मोदी के सऊदी दौरे के दौरान हुई थी, जिसे हमले की गंभीरता के चलते पीएम मोदी ने दौरा रद्द कर वापस भारत लौट आए। भारत के रणनीतिक सहयोगी संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। यूएई के विदेश मंत्रालय ने कहा कि पहलगाम में पर्यटकों को निशाना बनाए गए आतंकी हमले की घोर निंदा करता है। यह एक अमानवीय और घिनौना कृत्य है। बयान में आतंक के खिलाफ वैश्विक एकजुटता की जरूरत पर भी जोर दिया गया। वहीं ईरान, जो क्षेत्रीय स्तर पर एक प्रभावशाली देश है, उसने भी इस हमले को क्रूर करार देते हुए भारत के प्रति गहरी सहानुभूति जताई है। नई दिल्ली स्थित ईरानी दूतावास ने लिखा- हम पहलगाम में हुए इस बर्बर हमले की निंदा करते हैं। पीड़ितों के परिजनों के प्रति हमारी संवेदनाएं हैं और हम घायलों के जल्द स्वस्थ होने की प्रार्थना करते हैं। सऊदी अरब, यूएई और ईरान ने अपने बयानों में पाकिस्तान का नाम नहीं लिया लेकिन आतंकवाद के खिलाफ पूर्ण सहयोग, संयुक्त संघर्ष और दोषियों को सजा जैसे शब्दों के इस्तेमाल को विशेष पाकिस्तान के लिए एक स्पष्ट संदेश मान रहे हैं। खासतौर पर ऐसे समय में जब इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा के एक फ्रंट संगठन टीआरएफ ने ली है, जो पाकिस्तान में सक्रिय माना जाता है। सिराज/ईएमएस 23अप्रैल25 ------------------------------