खेल
25-Apr-2025
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नई दिल्ली (ईएमएस)। ओलंपिक पदक विजेता भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा क्लासिक जेवलिन थ्रो इवेंट में पाकिस्तान के स्टार भाला फेंक एथलीट अरशद नदीम को दिये आमंत्रण के कारण प्रशंसकों के निशाने पर आ गये हैं। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद कुछ लोगों ने नीरज के इस आमंत्रण पर सवाल उठाये हैं। नीरज ने हालांकि ये आमंत्रण आतंकी हमले की घटना के पहले दिया था। इस मामले में आलोचना के बाद अब नीरज ने सोशल मीडिया के जरिये अपना जवाब दिया है। नीरज ने सोशल मीडिया में एक तस्वीर शेयर की है, जिसमें उन्होंने लिखा, मैं आमतौर पर कम बोलने वाला व्यक्ति हूं पर इसका मतलब यह नहीं है कि मैं जो गलत समझता हूं उसके खिलाफ नहीं बोलूंगा। खासकर तब जब बात हमारे देश के प्रति मेरे प्यार और मेरे परिवार के सम्मान और प्रतिष्ठा पर सवाल उठाने की हो। अरशद को क्लासिक प्रतियोगित में प्रतिस्पर्धा करने के लिए आमंत्रित करने के मेरे फैसले के बारे में बहुत चर्चा हुई है, और इसमें अधिकांश में नफरत वाली बातें कही गयी हैं। उन्होंने मेरे परिवार को भी इससे बाहर नहीं छोड़ा। मैंने अरशद को जो निमंत्रण दिया वह एक एथलीट की ओर से दूसरे एथलीट को था। इससे ज्यादा कुछ नहीं था। क्लासिक का उद्देश्य भारत में सर्वश्रेष्ठ एथलीटों को लाना और हमारे देश को विश्व स्तरीय खेल आयोजनों का घर बनाना था। ये आमंत्रण पहलगाम में आतंकवादी हमलों से दो दिन पहले ही भेजा गया था। वहीं पिछले 48 घंटों में जो कुछ भी हुआ है, उसके बाद इस प्रतियोगिता में अरशद के भाग लेने का सवाल ही नहीं उठता है। मेरा देश और उसके हित हमेशा मेरे लिए सबसे पहले रहेंगे। जो लोग अपने लोगों के नुकसान से गुजर रहे हैं, मेरी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके साथ हैं। पूरे देश के साथ-साथ, मैं भी जो कुछ हुआ है, उससे आहत और क्रोधित हूं। मुझे विश्वास है कि हमारे देश की प्रतिक्रिया एक राष्ट्र के रूप में हमारी ताकत दिखाएगी और न्याय मिलेगा। मैंने इतने सालों तक अपने देश को गर्व के साथ संभाला है, इसलिए मेरी ईमानदारी पर सवाल उठते देखना दुखद है। मुझे दुख होता है कि मुझे उन लोगों के सामने खुद को स्पष्ट करना पड़ रहा है जो बिना किसी ठोस कारण के मुझे और मेरे परिवार को निशाना बना रहे हैं। हम साधारण लोग हैं, कृपया हमें कुछ और न समझाएं। मीडिया के कुछ वर्गों ने मेरे बारे में बहुत सी झूठी कहानियां गढ़ी हैं केवल इसलिए कि मैं नहीं बोलता पर इसका मतलब यह नहीं है कि वे सभी सच हैं। गिरजा/ईएमएस 25अप्रैल 2025