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01-May-2025
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कहा- दोनों राज्य भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे उपराष्ट्रपति धनखड़ ने भी दी बधाई नई दिल्ली,(ईएमएस)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने गुरुवार को महाराष्ट्र और गुजरात के स्थापना दिवस पर दोनों राज्यों के लोगों को बधाई देते हुए उम्मीद जताई कि दोनों राज्य भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका निभाएंगे। उप राष्ट्रपति ने भी दोनों राज्यों के लोगों को बधाई दी है। गुजरात और महाराष्ट्र की स्थापना 1 मई, 1960 को भाषाई आधार पर तत्कालीन बंबई राज्य के विभाजन के बाद हुई थी। राष्ट्रपति मुर्मू ने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा कि गुजरात राज्य के स्थापना दिवस पर मैं सभी देशवासियों, विशेषकर देश-विदेश में रह रहे गुजराती भाई और बहनों को हार्दिक बधाई देती हूं। राष्ट्रपति मुर्मू ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि विश्व को शांति और अहिंसा का संदेश देने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और भारत को एकता के सूत्र में बांधने वाले लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल जैसे सपूतों की इस धरती ने सदैव मानवता को राह दिखाई है। उन्होंने कहा कि गुजरात के लोगों ने अपनी प्रतिभा, लगन और मेहनत के बल पर दुनिया में भारत की प्रतिष्ठा बढ़ाई है। उन्होंने कहा कि मुझे यकीन है कि गुजरात प्रगति के नए मानक स्थापित करेगा और भारत को विश्व-शक्ति बनाने में अहम योगदान देगा। एक अन्य पोस्ट में राष्ट्रपति मुर्मू ने महाराष्ट्र के लोगों को उनके राज्य के स्थापना दिवस पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पोस्ट में कहा कि महाराष्ट्र दिवस के अवसर पर मैं सभी राज्यवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देती हूं। छत्रपति शिवाजी महाराज की इस धरती के लोगों में राष्ट्र-प्रेम की भावना और अन्याय के विरुद्ध संघर्ष करने का साहस सदा विद्यमान रहा है। उन्होंने कहा कि महात्मा फुले, सावित्री बाई फुले और महादेव गोविंद रानाडे से लेकर बाल गंगाधर तिलक, गोपालकृष्ण गोखले और बाबा साहब आंबेडकर जैसी महान विभूतियों ने समाज को नई दिशा दी है। राष्ट्रपति ने कहा कि महाराष्ट्र की भारत को विकसित राष्ट्र बनाने में अहम भूमिका होगी। मैं इस राज्य और यहां के निवासियों के सुख-समृद्धि की मंगलकामना करती हूं। महाराष्ट्र और गुजरात के स्थापना दिवस पर उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने दोनों राज्यों के लोगों को बधाई दी और दोनों राज्यों द्वारा की गई प्रगति की सराहना की। उपराष्ट्रपति ने अपने संदेश में कहा कि महात्मा गांधी और सरदार वल्लभभाई पटेल की भूमि गुजरात अपने नेतृत्व, लचीलेपन और नवाचार की विरासत के माध्यम से प्रेरणा देती है। महाराष्ट्र का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सामाजिक सुधार, सांस्कृतिक जीवंतता और आर्थिक नेतृत्व की राज्य की विरासत राष्ट्रीय गौरव का स्रोत है। सिराज/ईएमएस 01मई25