04-May-2025
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श्रीनगर (ईएमएस)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) 22 अप्रैल को बैसरन मैदान में हुए आतंकी हमले के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) को अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सौंपने की तैयारी कर रही है। अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट बहुत जल्द एमएचए को सौंपी जाएगी। एनआईए के महानिदेशक सदानंद दाते की देखरेख में संकलित रिपोर्ट सबूतों पर आधारित है। इसमें करीब 150 गवाहों की गवाही, अपराध स्थल का 3डी रीक्रिएशन और साइट पर एकत्र कारतूसों का बैलिस्टिक विश्लेषण शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि रिपोर्ट बहुत जल्द एमएचए को सौंपी दी जाएगी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, यह सीमा पार से समन्वय के साथ एक सावधानीपूर्वक योजनाबद्ध हमला था। बेतताब घाटी में हथियार पहले से ही तैनात थे और क्षेत्र में ओवर ग्राउंड वर्कर्स (ओजीडब्ल्यू) ने हमलावरों को निगरानी और आश्रय सहित रसद सहायता प्रदान की। अधिकारियों ने कहा कि हमलावरों ने ऑपरेशन के दौरान पीओके में अपने आकाओं के साथ सक्रिय कम्युनिकेशन बनाए रखा और माना जाता है कि वे अभी भी दक्षिण कश्मीर के कुछ हिस्सों में सक्रिय हैं। इतना ही नहीं एनआईए ने संदिग्ध ओवर ग्राउंड वर्कर्स की सूची तैयार की है और उनके नेटवर्क को खत्म करने के लिए लक्षित कानूनी और प्रशासनिक कार्रवाई की तैयारी जारी है। एनआईए के डीजी दाते ने सप्ताह व्यक्तिगत रूप से स्थिति का आकलन करने के लिए बैसरन साइट का दौरा किया। फोरेंसिक विशेषज्ञों द्वारा समर्थित कई एनआईए टीमें सबूतों की तलाश और गवाहों से पूछताछ के लिए साइट की छानबीन कर रही है। जम्मू-कश्मीर पुलिस की सहायता के लिए एक महानिरीक्षक के नेतृत्व में एनआईए की एक वरिष्ठ टीम पहलगाम में तैनात है। एक उप महानिरीक्षक और एक पुलिस अधीक्षक भी जांच पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। घटनाओं के पूरे सिलसिले को एक साथ जोड़ने के लिए एजेंसी ने बचे हुए लोगों के बयान कलेक्ट करने के लिए देश भर में अतिरिक्त टीमें भी भेजी थीं, जिन लोगों से पूछताछ की गई, उनमें कई टट्टू संचालक शामिल हैं जो घटनास्थल पर मौजूद थे, साथ ही एक फोटोग्राफर भी शामिल है जिसे मुख्य चश्मदीद माना जाता है। आशीष/ईएमएस 04 मई 2025