देहरादून,(ईएमएस)। वैदिक मंत्रोच्चार की पावन ध्वनि, भक्तों की जय-जयकार और पुष्पवर्षा के बीच रविवार सुबह उत्तराखंड के बद्रीनाथ धाम के कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। कपाट खुलते ही मंदिर परिसर जय बद्री विशाल के नारों से गूंज उठा और गढ़वाल राइफल्स की सेना बैंड की मधुर धुनों ने माहौल को और भी ज्यादा भक्तिमय बना दिया। ब्रदीनाथ धाम के कपाट खुलने की प्रक्रिया रविवार तड़के 4 बजे मंदिर समिति के अधिकारियों द्वारा परिक्रमा से शुरू हुई। इसके बाद 4:30 बजे श्री कुबेर जी ने मंदिर परिक्रमा में प्रवेश किया। सुबह 5:30 बजे द्वार पूजन प्रारंभ हुआ और ठीक 6 बजे कपाट श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए। इस शुभ अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्वयं बद्रीनाथ धाम पहुंचकर भगवान बद्रीविशाल की पूजा-अर्चना की और भक्तों से बातचीत की। उन्होंने कहा, सभी व्यवस्थाएं पूरी कर दी गई हैं। श्रद्धालुओं की यात्रा को सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। मुख्यमंत्री धामी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में बद्रीनाथ मास्टर प्लान पर कार्य जारी है और जोशीमठ के पुनर्निर्माण व विकास के लिए केंद्र सरकार से ₹1700 करोड़ की राशि स्वीकृत हुई है, जिसमें से ₹292 करोड़ की पहली किस्त जारी हो चुकी है। धाम में रहा भव्य दृश्य, हेलीकॉप्टर से हुई पुष्पवर्षा कपाट खुलते ही श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से फूल बरसाए गए, जिससे पूरा धाम भक्तिमय वातावरण में डूब गया। मंदिर को इस विशेष अवसर पर 40 क्विंटल फूलों से सजाया गया था। इस साल बद्रीनाथ धाम परिसर में फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी पर प्रतिबंध लगाया गया है। उल्लंघन करने पर ₹5,000 का जुर्माना लगाया जाएगा। चारधाम यात्रा पूरी तरह शुरू 30 अप्रैल को गंगोत्री और यमुनोत्री, 2 मई को केदारनाथ और अब बद्रीनाथ धाम के कपाट खुलने के साथ ही चारधाम यात्रा 2025 विधिवत रूप से शुरू हो चुकी है। प्रशासन ने सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के साथ-साथ आवागमन को भी सुचारू बनाने के लिए विशेष प्रबंध किए हैं। शंकराचार्य का आह्वान जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने कहा, यह दिन केवल उत्तराखंड ही नहीं, पूरे भारत के लिए शुभ है। श्रद्धालुओं को बड़ी संख्या में यहां आकर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव करना चाहिए। हिदायत/ईएमएस 04मई25