राज्य
04-May-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। नकली दवाओं के खिलाफ लगातार हो रही कार्रवाई का डर कारोबारियों पर असर नहीं कर रहा है। यही वजह है कि राष्ट्रीय राजधानी में नकली दवाओं का कारोबार थम नहीं रहा है। शनिवार को औषधि नियंत्रण विभाग ने दिल्ली की सबसे बड़ी दवा मंडी चांदनी चौक स्थित भागीरथ पैलेस से पांच लाख से अधिक नकली दवाएं जब्त कीं। पिछले महीने भी विभाग ने यहां से ढाई लाख की नकली दवाएं जब्त की थीं। इससे यह पुष्टि हो गई कि नकली दवा कारोबारियों पर इन कार्रवाई का कोई असर नहीं हो रहा है। इस कारोबार की जड़ें पुडुचेरी से लेकर हिमाचल प्रदेश, यूपी, उत्तराखंड, हरियाणा तक फैली हुई हैं। इन जगहों पर नकली दवाएं बनाकर पैकिंग की जाती हैं और दिल्ली की दवा मंडी में बिक्री के लिए भेजी जाती हैं। वर्ष 2022 से 2025 के बीच एनसीआर में 17 करोड़ से अधिक की नकली दवाएं जब्त की गईं, इन मामलों में 35 आरोपियों को गिरफ्तार भी किया गया। दिल्ली में एम्स और दूसरे बड़े अस्पताल होने की वजह से नकली दवा के कारोबारी कैंसर, किडनी, लिवर और हार्ट जैसी गंभीर बीमारियों की महंगी दवाओं की कॉपी बनाकर यहां बेच रहे हैं। कमजोर निगरानी व्यवस्था, भ्रष्टाचार और मोटे मुनाफे की वजह से नकली दवाओं का यह अवैध कारोबार अब संगठित कारोबार बन चुका है। साल 2024 में क्राइम ब्रांच दिल्ली ने नकली दवाएं बनाने और बेचने वाले एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश किया था और एक करोड़ की नकली दवाएं, मशीनरी और पैकेजिंग मैटीरियल जब्त किया था। अजीत झा/ देवेन्द्र/ नई दिल्ली /ईएमएस/04/ मई /2025