अंतर्राष्ट्रीय
06-May-2025


इस्लामाबाद(ईएमएस)। बीते रोज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रुस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की बीच फोन पर बात हुई और उन्होंने भारत का समर्थन किया। इतनी खबर आते ही चीन और पाकिस्तान एक दूसरे के साथ खड़े दिखाई दिए। चीनी राजदूत जियांग जैदोंग ने भी सोमवार को पाकिस्तान के राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी से मुलाकात की और कहा कि उनका देश चीन दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए पाकिस्तान का हमेशा समर्थन करेगा। सरकारी ‘रेडियो पाकिस्तान की रिपोर्ट के मुताबिक, जैदोंग ने राष्ट्रपति जरदारी से मुलाकात की और पाकिस्तान एवं भारत के बीच तनाव सहित विभिन्न मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इससे पहले चीनी राजदूत पीएम शहबाज शरीफ से भी मिल चुके हैं और अपना समर्थन देने का भरोसा जता चुके हैं। यह ताजा कदम भारत द्वारा पाकिस्तान के खिलाफ कई दंडात्मक उपायों की घोषणा के लगभग दो सप्ताह बाद उठाया गया है, जिसमें आतंकवादी हमले के बाद सिंधु जल संधि को निलंबित करना, अटारी में एकमात्र भूमि सीमा क्रॉसिंग का संचालन बंद करना और राजनयिक संबंधों को कम करना शामिल है। ‘रेडियो पाकिस्तान’की रिपोर्ट के अनुसार, चीनी राजदूत ने चीन और पाकिस्तान के बीच स्थायी और समय की कसौटी पर खरी उतरी मित्रता की पुष्टि की और इस रिश्ते को बहुत मजबूत बताया, जिन्होंने चुनौतीपूर्ण समय में हमेशा एक-दूसरे का समर्थन किया है। बैठक के दौरान राष्ट्रपति जरदारी ने पहलगाम आतंकवादी हमले के बाद भारत द्वारा हाल में उठाए गए कदमों पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इस तरह की कार्रवाई क्षेत्रीय शांति और स्थिरता के लिए खतरा हैं। पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच संबंध और खराब हो गए हैं। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। पाकिस्तान का दृष्टिकोण साझा करने के लिए राष्ट्रपति जरदारी को धन्यवाद दिया और इस बात पर जोर दिया कि “दक्षिण एशिया में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने की दोनों देशों की साझा इच्छा को पूरा करने के लिए चीन हमेशा पाकिस्तान का समर्थन करेगा। वीरेंद्र/ईएमएस/06मई 2025 -----------------------------------