राज्य
06-May-2025
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-आमजन को किया जागरुक, सायरन बजाने के साथ ही ब्लैक आउट कर दी जायेगीं खतरे की सूचना भोपाल(ईएमएस)। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर देश के देश के 244 शहरों में बुधवार को होने वाले मॉक ड्रिल एमपी के भी पांच शहरों में भी की जायेगी। इनमें इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी शामिल हैं। इन शहरों में बुधवार को होमगार्ड, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस के जवान मॉक ड्रिल करेंगे। यह मॉक ड्रिल केंद्र सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन के आधार पर होगी। प्रदेश के सीएम डॉक्टर मोहन यादव ने इसकी जानकारी कैबिनेट बैठक में मंत्रियों के साथ साझा की। सीएम यादव ने बताया कि वर्तमान राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय परिस्थितियों के मद्देनजर प्रदेश के पांच नगरों इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में मॉक ड्रिल होगी। दोपहर बाद सायरन के माध्यम से खतरे की सूचना, ब्लैक आउट, प्रमुख सरकारी और गैर सरकारी इमारतों को सुरक्षित रखने, दुर्घटना की स्थिति में घायलों को सुरक्षित निकालने जैसी गतिविधियों की ड्रिल की जाएगी। इस संबंध में जिला कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को दिशा-निर्देश जारी किए जा रहे हैं। * माक ड्रिल क्या है- एक माक ड्रिल एक प्रकार का अभ्यास है, जो वास्तविक जीवन की आपातकालीन स्थितियों या महत्वपूर्ण घटनाओं की तैयारी के लिए किया जाता है। यह एक सिमुलेशन होता है जिसका उद्देश्य लोगों, संगठनों और अधिकारियों को संभावित संकटों के दौरान प्रभावी ढंग से प्रतिक्रिया करने के लिए तैयार करना है। * 7 मई की माक ड्रिल का उद्देश्य- इस माक ड्रिल का मुख्य उद्देश्य निम्नलिखित है:- नागरिक सुरक्षा तंत्र की तैयारियों का आकलन करना-यह जांचना कि राज्य और स्थानीय स्तर पर नागरिक सुरक्षा व्यवस्थाएं कितनी तैयार और कुशल हैं। विभिन्न एजेंसियों के बीच समन्वय का मूल्यांकन करना-आपातकालीन स्थितियों में विभिन्न सरकारी विभागों और एजेंसियों के बीच तालमेल कैसा रहता है, इसका आकलन करना। जनता की तैयारी का परीक्षण करना-विभिन्न प्रकार की आपात स्थितियों से निपटने के लिए आम लोगों की जागरूकता और तत्परता का मूल्यांकन करना। एयर रेड वार्निंग सिस्टम की प्रभावशीलता का मूल्यांकन करना-हवाई हमलों की स्थिति में चेतावनी प्रणाली कितनी प्रभावी है, इसकी जांच करना। भारतीय वायुसेना (आईएए) के साथ हॉटलाइन/रेडियो संचार लिंक का कार्यान्वयन-वायुसेना के साथ संचार की तैयारियों का परीक्षण करना। नियंत्रण कक्षों और शैडो कंट्रोल रूम की कार्यक्षमता का परीक्षण करना-आपातकालीन प्रतिक्रिया के लिए इन केंद्रों की तैयारी का आकलन करना। नागरिकों और छात्रों को नागरिक सुरक्षा पहलुओं पर प्रशिक्षण देना-शत्रुतापूर्ण हमलों से बचाव के लिए नागरिकों और छात्रों को बुनियादी सुरक्षा उपायों का प्रशिक्षण देना। क्रैश ब्लैकआउट उपायों का कार्यान्वयन-हवाई निगरानी से बचने के लिए अस्थायी रूप से रोशनी बंद करने के उपायों का अभ्यास करना। महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के लिए प्रारंभिक छलावरण का प्रावधान-महत्वपूर्ण संयंत्रों और प्रतिष्ठानों को दुश्मन की नजरों से बचाने के लिए छलावरण तकनीकों का अभ्यास करना। निकासी योजनाओं की समीक्षा और अभ्यास-जोखिम वाले क्षेत्रों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाने की योजनाओं का अभ्यास करना। सिविल डिफेंस सेवाओं की सक्रियता और प्रतिक्रिया का आकलन करना-वार्डन सेवाएं, अग्निशमन, बचाव कार्य और डिपो नियंत्रण जैसी सेवाओं की तत्परता की जांच करना। माक ड्रिल में क्या गतिविधियाँ होंती है- 7 मई की माक ड्रिल के दौरान निम्नलिखित गतिविधियाँ होने की संभावना है:- 1. एयर रेड सायरन-हवाई हमले की चेतावनी के रूप में सायरन बजाए जाएंगे। 2. क्रैश ब्लैकआउट-शहरों में अस्थायी रूप से बिजली बंद की जा सकती है, ताकि हवाई निगरानी से बचा जा सके। 3. छलावरण अभ्यास-महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों को अस्थायी रूप से छिपाया जा सकता है। 4. निकासी अभ्यास-लोगों को जोखिम वाले क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर ले जाने का अभ्यास किया जाएगा। 5. जागरूकता सत्र-स्कूलों, कॉलेजों, कार्यालयों और सामुदायिक केंद्रों में आश्रय ढूंढने, प्राथमिक चिकित्सा और शांत रहने के बारे में प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाएंगेl * यह माक ड्रिल क्यों महत्वपूर्ण है? यह माक ड्रिल निम्नलिखित कारणों से महत्वपूर्ण है- हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले और बढ़ते सीमा तनाव के मद्देनजर नागरिक सुरक्षा की तैयारियों को मजबूत करना। किसी भी संभावित आपातकालीन स्थिति, जैसे कि युद्ध या आतंकी हमला, के लिए देश की प्रतिक्रिया क्षमता को बढ़ाना। शीत युद्ध काल के पुराने प्रोटोकॉल को आधुनिक खतरों के अनुसार अपडेट करना और उनका परीक्षण करना। जनता के बीच जागरूकता और लचीलापन बढ़ाना। केंद्र, राज्य और जिला स्तर के अधिकारियों के बीच समन्वय में सुधार करना। सरकार ने नागरिकों को जागरुक करते हुए कहा है, कि ड्रिल के दौरान वह शांत रहें और यदि उनसे सहयोग करने के लिए कहा जाए तो अधिकारियों के निर्देशों का पालन करें। यह माक ड्रिल किसी वास्तविक खतरे का संकेत नहीं है, बल्कि यह हमारी सामूहिक सुरक्षा और तैयारियों को सुनिश्चित करने का एक महत्वपूर्ण अभ्यास है। जुनेद / 6 मई