इन्दौर (ईएमएस) 54 वर्षों बाद एक बार फिर इन्दौर शहर में हवाई हमले की चेतावनी देने वाले सायरनों की आवाज सुनाई देगी। शहर के राजवाड़ा, श्रमिक क्षेत्र, अन्नपूर्णा, एरोड्रम, बाणगंगा समेत 12 क्षेत्रों में बुधवार दोपहर तक सायरन लगाए जाएंगे। प्रशासन ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। कलेक्टर आशीष सिंह ने जानकारी दी कि मॉकड्रिल के आयोजन को लेकर केंद्र सरकार से निर्देश प्राप्त हुए हैं। यह अभ्यास देशभर के 244 जिलों में किया जाएगा, जिनमें इंदौर भी शामिल है। इसके तहत शहर में तैयारियां शुरू कर दी गई हैं और 12 स्थलों पर सायरन लगाने का कार्य प्रगति पर है। साथ ही, सिविल डिफेंस के वालंटियर्स की नियुक्ति की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी गई है। मॉकड्रिल के लिए वालंटियर्स नियुक्त किए जाएंगे, जो स्थानीय नागरिकों को सायरन बजने की स्थिति में अपनाए जाने वाले निर्देशों की जानकारी देंगे। कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि 7 मई को मध्य प्रदेश के पांच प्रमुख शहरों भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और कटनी में मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। यह मॉक ड्रिल केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर हो रही है, जिसका उद्देश्य नागरिक सुरक्षा को मजबूत करना है। मॉक ड्रिल 7 मई को शाम 4 बजे से शुरू होगी और इसमें तीन चरण शामिल होंगे। ब्लैकआउट शाम 7:30 बजे ब्लैकआउट किया जाएगा, जिसमें शहर की सभी लाइटें बंद कर दी जाएंगी। शाम 4 बजे दुश्मन के हमले की चेतावनी देने वाले सायरन बजेंगे, जिससे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का अभ्यास हो सके । इंदौर के अलावा महू और देपालपुर में भी मॉक ड्रिल आयोजित की जाएगी। कलेक्टर आशीष सिंह ने लोगों से अपील की है कि वे घबराएं नहीं, यह एक सामान्य प्रक्रिया है जिसका पालन सभी को करना है। मॉक ड्रिल का उद्देश्य नागरिकों को आपातकालीन स्थितियों में तैयार करना और सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों का आकलन करना है। आनन्द पुरोहित/ 06 मई 2025