राज्य
09-May-2025
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कोंडागांव(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ में जारी सुरक्षा बलों के एंटी नक्सल ऑपरेशन और सरकार की पुनर्वास नीतियों का प्रभाव साफ दिखाई दे रहा है। आज एक और नक्सल दंपत्ति ने हिंसा को छोड़कर मुख्यधारा में लौटने का फैसला लिया है। यह दंपत्ति नक्सल संगठन की खोखली विचारधारा और शोषण से तंग आकर आत्मसमर्पण करने पहुंचे हैं। आत्मसमर्पण करने वाले पति-पत्नी की पहचान रैसिंग कुमेटी और पुनाय आचला के रूप में हुई है। दोनों का नाम उन नक्सलियों की सूची में था जिनके ऊपर 8-8 लाख रुपये का इनाम रखा गया था। रैसिंग और पुनाय कोंडागांव, कांकेर, राजनागांव, गरियाबंद, धमतरी और नारायणपुर के क्षेत्रों में नक्सली गतिविधियों में शामिल रहे हैं। आत्मसमर्पण के दौरान इस दंपत्ति ने बताया कि एक तरफ सुरक्षा बलों द्वारा चलाए जा रहे लगातार एंटी नक्सल ऑपरेशन के दबाव के चलते उनकी जिंदगी मुश्किल हो गई थी, वहीं दूसरी ओर माओवादी संगठन द्वारा शोषण ने उन्हें इस रास्ते से बाहर निकलने के लिए मजबूर किया। इसके अतिरिक्त, साय सरकार द्वारा चलाए जा रहे पुनर्वास योजनाओं ने उन्हें एक सामान्य और शांतिपूर्ण जीवन जीने का अवसर प्रदान किया, जिसके कारण उन्होंने यह अहम फैसला लिया और आज कोंडागांव पुलिस के पास जाकर आत्मसमर्पण कर दिया। सत्यप्रकाश(ईएमएस)09 मई 2025