-भारतीय अधिकारियों ने पाके से दागी गई मिसाइलों के मलबे किए बरामद बीजिंग,(ईएमएस)। भारत की सैन्य कार्रवाई के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव चरम पर है। गुरुवार को दोनों के बीच जंग जैसे हालात बन गए। एक दूसरे के खिलाफ ड्रोन और मिसाइलों का इस्तेमाल हुआ। भारत ने एस-400 मिसाइल डिफेंस से पाकिस्तानी हमले को नाकाम कर दिया। वहीं भारतीय हथियार पाकिस्तान में अपने लक्ष्य पर गिरे। इस बीच भारतीय अधिकारियों ने पाकिस्तान से दागी गई मिसाइलों के मलबे बरामद किए हैं। इसमें सबसे अहम मलबा चीन में बनी पीएल-15ई बियांड विजुअल रेंज एयर-टू-एयर मिसाइल का है। चीनी मिसाइल के मलबे की यह बरामदगी इसलिए और खास है क्योंकि यह करीब पूर्ण अवस्था में मिला है। इसका मतलब है कि अब भारत को इस चीनी मिसाइल के राज पता लग सकता हैं। पंजाब के होशियारपुर से बरामद किए गए मलबे में अधिकारियों को अहम चीजें बरामद हुई हैं, जिसमें प्रपल्शन सिस्टम, डेटालिंक और इनर्शियल रेफेरेंस यूनिट शामिल है। हाल ही में मिला यह मिसाइल की तीसरा मलबा है। माना जाता है कि पाकिस्तान ने इस चीनी मिसाइल को भारतीय लड़ाकू विमानों को निशाना बनाने के नाकाम प्रयास के तहत दागा था। मलबे को होशियार के एक ग्रामीण क्षेत्र में पाया गया है। पहले दो मिले मलबों की तुलना में इस बार मिसाइल काफी पूर्ण अवस्था में है। इसके मिसाइल के डिजाइन और इसकी प्रदर्शन क्षमता के बारे में महत्वपू्ण जानकारी जुटाने में मदद मिलेगी। जानकारी के मुताबिक मलबे को डीआरडीओ के पास भेजा गया है। पीएल-15ई चीन की पीएल-15 मिसाइल का एक्सपोर्ट वर्जन है। इस मिसाइल में डुअल पल्स प्रोपेलेंट रॉकेट मोटर और एक्टिव इलेक्ट्रॉनिकली स्कैन्ड ऐरे रेडार लगा हुआ है। यह मिसाइल मैक 5 की स्पीड से 145 किलोमीटर की दूरी पर मौजूद लक्ष्य को निशाना बना सकती है। डेटा लिंक और इनर्शियल रेफरेंस यूनिट मिसाइल निशाना लगाने की सटीक क्षमता को सुनिश्चित करते है। सिराज/ईएमएस 09मई25