लंदन (ईएमएस)। पृथ्वी पर कुछ ऐसे जीव हैं जिनके पास दिमाग नहीं होता, फिर भी वे अपनी सभी जरूरतों को आसानी से पूरा कर लेते हैं। इन जीवों में दिमाग की तरह कोई केंद्रीय तंत्रिका केंद्र नहीं होता, लेकिन वे किसी तरह अपने जीवन के महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने में सक्षम होते हैं। कुछ जीव तो ऐसे भी होते हैं जो कुछ नया सीखने की क्षमता भी रखते हैं, जो उनके अद्वितीय तंत्रिका तंत्र को दर्शाता है। एक उदाहरण है कैरेबियन बॉक्स जैलीफिश, जो मुख्य रूप से कैरेबियन सागर में पाई जाती है। इन जैलीफिश में दिमाग नहीं होता, लेकिन इनके पास कुछ हज़ार न्यूरॉन्स होते हैं जो आंखों के पास समूह में स्थित होते हैं। यह जीव किसी वस्तु से टकराने के बाद उसे पहचानने और उससे बचने की प्रक्रिया सीख सकते हैं। इसका तंत्रिका तंत्र इतना विकसित होता है कि यह सामूहिक रूप से कार्य करने की क्षमता रखता है। बीडलिट एनेमोन, एक अन्य समुद्री जीव, जो बिना दिमाग के होता है, भी अपने वातावरण में बदलाव के प्रति प्रतिक्रिया करता है। यह जीव किसी वस्तु के संपर्क में आने के बाद अपने व्यवहार को बदल सकता है, खासकर जब यह आक्रामकता के स्तर को पहचानता है। ब्रिटल स्टार्स, जो समुद्री स्टारफिश के रिश्तेदार हैं, अपने तंत्रिका तंत्र को प्रत्येक भुजा में स्वतंत्र रूप से नियंत्रित करते हैं। इनके पास केंद्रीय तंत्रिका केंद्र नहीं होता, लेकिन यह अपनी भुजाओं के द्वारा सभी कार्यों को अंजाम देते हैं। सी स्क्वर्ट, जो एक साधारण समुद्री जीव होते हैं, अपने जीवन को चट्टानों से चिपके रहते हुए बिताते हैं। यह अपने तंत्रिका तंत्र के द्वारा पानी को अंदर और बाहर निकालते हैं और सूक्ष्म भोजन कणों को छानकर खाते हैं। अंत में, स्लाइम मोल्ड्स, जो न तो पौधे होते हैं, न ही जानवर और न ही फफूंद, भी बिना दिमाग के पहेलियों को हल करने, रास्तों को याद रखने और निर्णय लेने जैसी क्षमताएं रखते हैं। सुदामा/ईएमएस 10 मई 2025