ज़रा हटके
10-May-2025
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न्यूर्याक (ईएमएस)। अमेरिका के विस्कॉन्सिन राज्य में रहने वाले टिम फ्रीडे ने खुद को अब तक करीब 200 बार जहरीले सांपों से कटवाया है। यह सब उन्होंने इसलिए किया ताकि इंसानों के लिए एक ऐसा एंटीवेनम तैयार किया जा सके, जो किसी भी सांप के ज़हर को बेअसर कर सके। टिम का यह सफर 2001 में शुरू हुआ, जब उन्होंने पहली बार खुद को कोबरा से कटवाया था। उस वक्त उन्होंने ठान लिया था कि वे खुद को सांपों के ज़हर के प्रति इम्युन बना लेंगे, ताकि उनके शरीर में बनने वाली एंटीबॉडीज से दवा बनाई जा सके। टिम बताते हैं कि कोबरा का जहर जब शरीर में जाता है, तो ऐसा लगता है मानो हजारों मधुमक्खियां एक साथ डंक मार रही हों। इस दौरान दो बार उन्हें आईसीयू तक पहुंचना पड़ा और चार दिन कोमा में भी रहना पड़ा। इसके बावजूद उन्होंने हार नहीं मानी और अपने मिशन को जारी रखा। उनका मानना है कि अगर वह इस ज़हर से जूझ सकते हैं, तो उनका खून इंसानों की जान बचाने वाला बन सकता है। टिम की इस दीवानगी को बायोटेक कंपनी सेंटिवैक्स के सीईओ जैकब ग्लैनविल ने पहचाना, जो एक यूनिवर्सल एंटीवेनम बनाना चाहते थे। उन्हें ऐसे व्यक्ति की तलाश थी, जिसका इम्यून सिस्टम पहले ही ज़हर से लड़ चुका हो। टिम की एंटीबॉडीज को प्रयोगशाला में जांचा गया और उनमें एक ऐसी एंटीबॉडी पाई गई, जो ब्लैक मांबा और कई कोबरा प्रजातियों के ज़हर को बेअसर करने में सक्षम थी। इसके बाद वैज्ञानिकों ने इन एंटीबॉडीज से एक ‘कॉकटेल’ तैयार किया, जिसे चूहों पर आजमाया गया। परिणामों में यह कॉकटेल 13 तरह के ज़हरीले सांपों के ज़हर को पूरी तरह और 6 के ज़हर को आंशिक रूप से बेअसर करने में सफल रही। सुदामा/ईएमएस 10 मई 2025