जबलपुर, (ईएमएस)। मध्यप्रदेश शासन की महात्वकांक्षी योजना मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह के अंतर्गत 76 जोड़े परिणय सूत्र में बंधे। घंटाघर स्थित सिंधी धर्मशाला प्रांगण में आयोजित सामूहिक विवाह-निकाह सम्मेलन के मुख्य अतिथि महापौर जगत बहादुर सिंह ‘‘अन्नू’’ जबलपुर रहे जिसमें केन्ट विधानसभा क्षेत्र के विधायक अशोक ईश्वरदास रोहाणी की अध्यक्षता एवं उत्तर-मध्य विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉं. अभिलाष पाण्डे, नगर निगम के अध्यक्ष रिंकू विज के विशिष्ट आतिथ्य में एवं एम.आई.सी. सदस्य डॉ सुभाष तिवारी, दामोदर सोनी, विवेक राम सोनकर, श्रीमती रजनी कैलाश साहू, पार्षद श्रीमती आशा सिसोदिया, श्रीमती प्रतिभा भापकर आदि के आतिथ्य में द्वीप प्रज्जवलन किया गया तद्पश्चात वर और वधू का परिणय संस्कार वरमाला एवं फेरे के संस्कार पूर्ण वैदिक मंत्रोचारण के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने कहा कि आज विदा ले रहीं सभी बेटियों को जैसा मायके में दुलार, सम्मान मिलता रहा है वही दुलार, सम्मान बेटियों को ससुराल में भी मिले और एक दूसरे के परिवार की भावनाओं से जुड़कर सुखमय जीवन व्यतीत करें यही शुभकामनाएं आज इस मंच से मैं देता हूं। मॉं नर्मदा की हमेशा कृपा वर-वधुओं पर बनी रहे यही मंगल कामना भी करता हूं। केन्ट विधानसभा क्षेत्र के विधायक अशोक ईश्वरदास ने कहा कि कन्या सभी लक्ष्मी स्वरूपा होती हैं। इनकी सेवा और पूजा से घर परिवार में सुखमय वातावरण निर्मित होने के साथ-साथ धन-धान्य एवं समृद्धि की बरसात होती है। इसलिए आप सभी से आग्रह है कि कन्याओं को घर में लक्ष्मी स्वरूपा रखें। इसके उपरांत उत्तर-मध्य विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉं. अभिलाष पाण्डे ने कहा कि ऐसे परिवार जो कि विवाह संस्कार जैसे खर्चीले आयोजन को पूरा नहीं कर पाते ऐसे परिवारों के लिए मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना एक वरदान के रूप में संचालित है। उन्होंने नव विवाहित दम्पत्तियों को शुभकामनाएं दी। इस दौरान नगर निगम के अध्यक्ष रिकुंज विज ने अपना उद्बोधन देते हुए सभी वर-वधुओं को अपनी शुभकामनाएं दी। आयोजन के संबंध में निगमायुक्त श्रीमती प्रीति यादव एवं उपायुक्त श्रीमती अंकिता जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि घंटाघर स्थित सिंधी धर्मशाला में भव्य सामूहिक विवाह-निकाह सम्मेलन का आयोजन किया गया और विवाह योग्य युवक युवतियों को मंच प्रदान कर उनका विवाह-निकाह संपन्न कराया गया। जहॉं सभी 76 जोड़े पूर्ण वैदिक रीतिरिवाज प्रक्रिया से परिणय सूत्र में बंधे। सुनील साहू / मोनिका / 10 मई 2025/ 06.06