ज़रा हटके
13-May-2025
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लंदन (ईएमएस)। हाल ही में हुई मेडिकल रिसर्च के अनुसार, अत्यधिक गर्मी के दौरान दिल का दौरा पड़ने का खतरा 33 प्रतिशत तक बढ़ सकता है। गर्मियों में तापमान की बढ़ोतरी के साथ ही कई कारणों से हृदय संबंधी जोखिम बढ़ जाते हैं, जिससे हार्ट अटैक की संभावना ज्यादा हो जाती है। गर्मी का प्रभाव खासकर उन लोगों पर अधिक पड़ता है जो पहले से हृदय संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं। गर्मी में हार्ट अटैक का खतरा बढ़ने का मुख्य कारण डिहाइड्रेशन है, जिससे शरीर में पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाती है। इसके कारण ब्लड प्रेशर में गिरावट आ सकती है और दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है। इसके अलावा, गर्मी के कारण रक्तवाहिकाएं फैलने लगती हैं, जिससे हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। गर्मी में खून गाढ़ा होने का खतरा भी बढ़ जाता है, जिससे खून का थक्का बन सकता है, जो हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। हीट स्ट्रोक और कार्डियक स्ट्रेस भी अत्यधिक तापमान के कारण शरीर पर दबाव डालते हैं और दिल की समस्याओं का कारण बन सकते हैं। इस समय हृदय रोग, उच्च रक्तचाप, या डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए गर्मी का मौसम ज्यादा खतरनाक हो सकता है। गर्मियों में हार्ट अटैक से बचाव के लिए कुछ उपायों को अपनाना जरूरी है। सबसे पहले, अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए ताकि शरीर हाइड्रेटेड रहे और डिहाइड्रेशन से बचा जा सके। दोपहर 12 बजे से 4 बजे के बीच बाहर जाने से बचना चाहिए, जब तापमान सबसे ज्यादा होता है। हल्के, ढीले कपड़े पहनें और नमक और इलेक्ट्रोलाइट्स युक्त पेय का सेवन करें। इसके अलावा, अपनी नियमित दवाइयों का सेवन जारी रखें और डॉक्टर की सलाह के अनुसार स्वास्थ्य का ध्यान रखें। खासकर 60 वर्ष से ऊपर के लोग, जो बाहर धूप में काम करते हैं या जो धूम्रपान और शराब का सेवन करते हैं, उन लोगों को अधिक सावधानी बरतनी चाहिए। सुदामा/ईएमएस 13 मई 2025