ज़रा हटके
14-May-2025
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लंदन (ईएमएस)। हैल्थ एक्सपर्टस की माने तो बॉडी बनाने के लिए बिना डॉक्टर की सलाह के लिए गए सप्लीमेंट्स भले ही कुछ समय के लिए मांसपेशियों को उभार दें, लेकिन ये स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं। विशेषज्ञों के मुताबिक ऐसे उत्पादों का सेवन दिल से लेकर प्रजनन क्षमता तक को नुकसान पहुंचा सकता है। चिकित्सकों का कहना है कि जिम में उपयोग किए जाने वाले अधिकतर सप्लीमेंट्स में प्रिजर्वेटिव्स, फ्लेवरिंग एजेंट्स और अन्य हानिकारक रसायन होते हैं, जो दिल की कार्यप्रणाली को बिगाड़ते हैं। इनमें मौजूद स्टेरॉइड्स, सिंथेटिक प्रोटीन, कैफीन, क्रिएटिन और एनाबॉलिक एजेंट्स शरीर में हार्मोनल असंतुलन पैदा करते हैं। इससे ब्लड प्रेशर असामान्य हो सकता है, धड़कनों की गति बिगड़ सकती है और दिल की मांसपेशियों पर दबाव बढ़ सकता है। लगातार सेवन करने पर हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्ट जैसी जानलेवा स्थिति भी बन सकती है। सिर्फ दिल की बीमारियां ही नहीं, ये सप्लीमेंट्स युवाओं की फर्टिलिटी पर भी बुरा असर डाल रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार एनाबॉलिक स्टेरॉइड्स और हार्मोन-बूस्टिंग प्रोडक्ट्स शरीर में टेस्टोस्टेरोन उत्पादन को प्रभावित करते हैं, जिससे स्पर्म काउंट और क्वालिटी में गिरावट आती है। नतीजतन 20 से 25 साल की उम्र में भी कई युवाओं को संतानोत्पत्ति में कठिनाई हो रही है। वहीं, महिलाओं के लिए भी ये सप्लीमेंट्स उतने ही घातक हैं क्योंकि यह हार्मोनल असंतुलन पैदा कर प्रेग्नेंसी में रुकावट या बांझपन का कारण बन सकते हैं। डॉक्टरों की राय है कि बेहतर स्वास्थ्य और फिटनेस के लिए युवाओं को नेचुरल डाइट और वर्कआउट पर फोकस करना चाहिए। अगर किसी तरह की हेल्थ समस्या महसूस हो, तो खुद से कोई दवा या सप्लीमेंट लेने की बजाय तुरंत चिकित्सकीय सलाह लेनी चाहिए। जिम के दौरान जल्दबाजी में लिए गए गलत फैसले उम्र भर की परेशानी में बदल सकते हैं। बता दें कि आजकल युवाओं में बॉडी बिल्डिंग का क्रैज तेजी से बढ़ रहा है, जिसके चलते वे बड़ी संख्या में जिम जॉइन कर रहे हैं। लेकिन वर्कआउट के बाद जब उन्हें मनचाहा रिजल्ट नहीं मिलता, तो वे सप्लीमेंट्स का सहारा लेने लगते हैं। सुदामा/ईएमएस 14 मई 2025