राष्ट्रीय
01-Jul-2025


-भारतीय विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के आरोपों को लेकर जमकर धोया नई दिल्ली,(ईएमएस)। पाकिस्तान की फौज एक अजब इंस्टीट्यूशन है, जहां ऐसा प्रतीत होता है कि वहां सैनिक नहीं, मनोहर कहानियों के राईटर्स भर्ती किए जाते हैं। जो जितना बढ़िया किस्सागो, उसे उतना ऊंचा ओहदा। काल्पनिक उड़ान भरने में पाकिस्तान का कोई सानी नहीं है। यही वजह है कि वहां आतंकी करतूत होती और फौज के ‘लुगदी साहित्यकार’ भारत की परछाई उसमें खोज लेते हैं। इस आशय की बात पाकिस्तान के आरोप लगाने के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने कही है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि मामला कोई भी हो, बस भारत पर तोहमत मढ़ दो। इसी लाइन पर चलते हुए पाकिस्तानी फौज ने एक बार फिर खैबर पख्तूनख्वा के वजीरिस्तान में हुए आत्मघाती हमले को लेकर भारत पर उंगली उठाने का दुस्साहस कर दिया है। इस पर भारत ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और विदेश मंत्रालय ने कहा, कि ‘हमने पाकिस्तान का बयान देखा है। यह बयान पूरी तरह झूठा है। हम इसे खारिज करते हैं। इस तरह के आरोप अवमाननापूर्ण हैं। पिछले माह हुए बलूचिस्तान हमले में भी भारत को घसीटने की कोशिश की गई थी। तब भी कोई पुख्ता सबूत नहीं मिले. अब वजीरिस्तान में भी उसी स्क्रिप्ट को दोहराया जा रहा है। यहां बताते चलें कि वजीरिस्तान हमला 28 जून की सुबह हुआ था, जिसमें 13 सैनिकों की मौत हुई थी और 29 लोग घायल हो गए थे। दरअसल उत्तरी वजीरिस्तान के खादी इलाके में एक बम से लदी गाड़ी ने सेना के काफिले को टक्कर मार दी थी। इससे जबरदस्त धमाका हुआ। इसे पाक मीडिया ने कवर करते हुए दावा किया था, कि हमला कर्फ्यू के दौरान हुआ। इस हमले की जिम्मेदारी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान से जुड़े गुट उसुद अल-हरब ने ली थी, जो कि पाकिस्तान के भीतर ही सक्रिय है। बावजूद इसके, पाकिस्तानी सेना ने भारत का नाम लेते हुए गंभीर आरोप लगा दिए, जिसका अब उसे मुंह तोड़ जवाब दिया गया है। हिदायत/ईएमएस 01जुलाई25