-दुनिया हैरान ऐसा एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम कहां से आया किसने किया तैयार? सना,(ईएमएस)। यमन के हूती विद्रोहियों के हाथ एक ऐसा हथियार लगा है, जो दुनिया के सबसे खतरनाक फाइटर जेट एफ-35 पर भी भारी है। इस हथियार की ताकत इतनी है कि एफ-35 फाइटर जेट को भी अपना रास्ता बदलने पर मजबूर कर सकता है। ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि आखिर हूती विद्रोहियों के पास ऐसा एडवांस एयर डिफेंस सिस्टम कहां से आ गया? जिसकी रडार एफ-35 को भी कैच करने उसे मार गिराने की क्षमता रखती है। यह डिफेंस एक्सपर्ट के लिए पहेली बन गया है। दुनिया के सबसे एडवांस माने जाने वाले अमेरिकी फाइटर जेट एफ-35 स्टील्थर फाइटर और अमेरिका का ही दूसरा जंगी जहाज एफ-16 फाल्कन दुश्मन का दिल दहला देने वाले अमेरिकी के दोनों ही फाइटर जेट यमन के हूती विद्रोहियों के सामने अब टिक नहीं पाए और मजबूर हो गए और रास्ता बदलना पड़ा। दुनिया हैरत में है। ऐसा क्या हुआ कि अमेरिका के खतरनाक एस-35 स्टील्थ फाइटर जेट को अपना रास्ता बदल लिया। यहां तक की हूती हमले में अमेरिका के एयरक्रॉफ्ट कैरियर से दो विमान भी पानी में गिर गए। अमेरिका को 700 मिलियन डॉलर का नुकसान हुआ होगा। एफ-35 जैसे लड़ाकू विमानों को भी मार गिराने की हूती विद्रोहियों ने क्षमता हासिल कर ली। अगर ऐसा है तो फिर अमेरिका के लिए खतरे की घंटी है। हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के एफ-35 फाइटर प्लेन और एफ-16 फाल्कन इन दोनों हाइटेक जेट्स पर निशाना साधा और दोनों तबाह हो गए। ये हमला अमेरिका के बड़े सैन्य अभियान ऑपरेशन रफ राइडर के दौरान हुआ था। अमेरिका के ऑपरेशन रफ राइडर के शुरुआती 30 दिनों में यमन में 1000 से ज्यादा हूती ठिकानों पर हमला किया, लेकिन इस दौरान उसे भी एक अरब डॉलर का नुकसान हुआ। अमेरिका के सात रिपर नाइन एमक्यू ड्रोन दो एफए-18 सुपर हॉर्नट विमान हूती विद्रोहियों ने मार गिराए। सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि हूती अब ऐसे एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर रहे हैं जो सिर्फ ड्रोन नहीं बल्कि अमेरिका के स्टील्थ फाइटर जेट्स को भी निशाना बना सकते हैं। एक्सपर्ट्स मान रहे हैं कि जिस ईरान के बलबूते पर यमन के हूती अमेरिका से लड़ते हैं। अमेरिका फाइटर जेट्स को रोकने वाला सिस्टम उसी ईरान का हो सकता है। इसके अलावा कुछ का दावा है कि रूस ने इस ताकत से हूती को लैस किया है। सिराज/ईएमएस 16मई25