राष्ट्रीय
16-May-2025


नई दिल्ली (ईएमएस)। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज गुरुवार को नागालैंड के जलुकी स्थित केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय (इंफाल) के अंतर्गत आने वाले पशु चिकित्सा विज्ञान और पशुपालन कॉलेज की प्रशासनिक व अकादमिक इमारतों का उद्घाटन किया। इस मौके पर नागालैंड के उपमुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग, राज्य के ग्रामीण विकास मंत्री मेत्सुबो जामिर और विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. अनुपम मिश्रा भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम में अपने भाषण के दौरान चौहान ने नागालैंड की कृषि और पशुपालन क्षेत्र की विशेषताओं की सराहना की और राज्य के कृषि विकास के लिए 338.83 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता की घोषणा की। उन्होंने राज्य सरकार से कृषि और ग्रामीण विकास के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने को कहा और केंद्र सरकार की पूर्ण सहायता का आश्वासन भी दिया। चौहान ने सुझाव दिया कि हर जिले में वैज्ञानिकों, कृषि विज्ञान केंद्र अधिकारियों, विश्वविद्यालय के विशेषज्ञों और किसानों की एक कोर टीम बनाई जाए, जो हर महीने गांवों में जाकर किसानों की समस्याएं जाने और उनका समाधान खोजे। इससे नीतियों और तकनीकी हस्तक्षेप को ज़मीनी स्तर पर लागू करना आसान होगा। उन्होंने नागालैंड में प्राकृतिक खेती की संभावनाओं पर बल दिया और कहा कि केंद्र सरकार इसमें सहयोग देने के लिए तैयार है। केंद्रीय मंत्री ने कॉलेज की सराहना करते हुए छात्रों को दिल्ली आमंत्रित किया, ताकि वे अपने नवाचार और विचारों को साझा कर सकें। उन्होंने छात्रों के स्टार्टअप और उद्यमिता विकास के लिए पूर्ण सहयोग व आर्थिक सहायता देने का वादा किया और भविष्य में किसानों व छात्रों से दोबारा मिलने नागालैंड आने की इच्छा जताई। इस मौके पर नागालैंड के राज्यपाल ला. गणेशन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की और विश्वविद्यालय की भूमिका की सराहना की। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक दृष्टिकोण और किसान-सरकार भागीदारी से ही देश 2047 तक विकसित भारत बनने के सपने को साकार कर सकता है। उपमुख्यमंत्री टी. आर. जेलियांग ने कहा कि राज्य में तकनीकी हस्तक्षेप और शोध आधारित कृषि से ही आर्थिक विकास संभव है। इस कार्यक्रम में 639 किसान और 84 राज्य व केंद्रीय अधिकारी शामिल हुए। चौहान ने इस अवसर पर आयोजित किसान मेले और प्रदर्शनी का भी दौरा किया और किसानों से संवाद किया। सुबोध\१६\०५\२०२५