राज्य
17-May-2025


भारत-पाकिस्तान के बीच सीजफायर यूनाइटेड नेशन ने कराया भोपाल/रीवा(ईएमएस)। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने पाकिस्तान पर ऑपरेशन सिंदूर के तहत तगड़ा प्रहार किया। इसके बाद दोनों देशों के बीच तनाव के हालात बन गए थे, भारतीय सेना ने पाकिस्तान की हर करतूर का करारा जवाब दिया। सेना की बहादुरी, ऑपरेशन सिंदूर और फिर पाकिस्तान पर तगड़े एक्शन को लेकर देश भर में भारतीय सेना की सराहना हुई। लेकिन, कुछ नेताओं की बदजुबानी ने हर देशवासी को शर्मसार कर दिया। इस बदजुबानी की शुरुआत मप्र सरकार में मंत्री विजय शाह ने की, इसके बाद डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा भी गलत बोल गए। इसके बाद भाजपा सांसद फग्गन सिंह कुलस्ते की जुबान फिसल गई और वे आतंकियों को हमारे आतंकवादी कह गए। अब रीवा के मनगवां से भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने दावा किया है कि भारत ने यूनाइटेड नेशन के आदेश के चलते सीजफायर किया है। इससे प्रदेश का राजनीतिक माहौल एक बार फिर गरमा गया है। दरअसल, रीवा में वह तिरंगा यात्रा के बाद भरे मंच से जनता को संबोधित कर रहे थे। भारत-पाकिस्तान के बीच चार दिन बॉर्डर पार ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद संघर्ष को खत्म करने के लिए 10 मई को एक समझौते पर पहुंचे थे। पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारत के डीजीएमओ को फोन कर सीमा पर सीज फायर की गुजारिश की थी। जिसके बाद दोनों देशों की आपसी सहमति से सीजफायर पर मुहर लगाई गई थी। पूरे मामले को लेकर भाजपा की तरफ से दावा किया गया था कि भारत ने संयुक्त राष्ट्र या फिर अन्य दूसरे देश के दबाव में आकर इस तरह का निर्णय नहीं किया है। बल्कि भारत ने यह निर्णय खुद किया है। आगे भी पाकिस्तान की तरफ से की जाने वाली हिमाकत का जवाब उसी के अंदाज में दिया जाएगा। भाजपा के दावे के उलट बोले विधायक भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति का यह बयान तब सामने आया है जब 3 दिन पहले ही प्रधानमंत्री मोदी अपने बयान में यह कह चुके हैं कि भारत किसी के दबाव में फैसला नहीं करता। भारत जवाब देना जानता है। अब अपने इस बयान से भाजपा विधायक नरेंद्र प्रजापति ने अपनी ही सरकार और पार्टी पर सवाल खड़े कर दिए हैं। जिसमें यह कहा गया था कि भारत ट्रंप और अमेरिका के दबाव के चलते कोई निर्णय नहीं कर रहा है। बल्कि भारत पूरी तरह से स्वतंत्र होकर आतंकवाद का जवाब दे रहा है। भाजपा नेताओं के लगातार विवादित बयान जानकारी के अनुसार भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव के बाद से ही भाजपा के नेता लगातार ऐसे बयान दे रहे हैं जो विवादों का विषय बना रहे हैं। पहले मंत्री विजय शाह ने कर्नल सोफिया कुरैशी को लेकर विवादित बयान दिया। जिसमें उन्हें आतंकवादियों की बहन बताया। फिर डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा का बयान, जिसमें उनकी तरफ से कहा गया कि प्रधानमंत्री मोदी के चरणों में सेना और देश का हर नागरिक दंडवत है। अब रीवा से भाजपा विधायक के इस बयान ने यह सवाल खड़े कर दिए हैं कि क्या सरकार ने यूनाइटेड नेशन के दबाव में आकर सीजफायर का निर्णय किया। क्योंकि भाजपा विधायक की तरफ से यूनाइटेड स्टेट के आदेश शब्द का प्रयोग किया गया है। कांग्रेस कर रही विरोध पूरे मामले को लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष कविता पांडे ने कहा कि जिस तरह से भाजपा विधायक ने बयान दिया है उससे यह स्पष्ट हो रहा है कि सरकार की तरफ से जितने भी दावे किए जा रहे थे कि वह दबाव में नहीं है। अब स्पष्ट हो रहा है कि सरकार ने अमेरिका के दबाव से ही सीजफायर का फैसला लिया। क्योंकि इंदिरा होना आसान नहीं है, ना ही पाकिस्तान को तोडक़र बांग्लादेश बना देना आसान है। विधायक को अपनी हैसियत में रहकर बयानबाजी करना चाहिए। सेना के शौर्य और पराक्रम पर प्रश्न चिन्ह किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। कांग्रेस पार्टी इसे बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेगी। ईंट से ईंट बजा देगी। पहले विजय शाह फिर जगदीश देवड़ा अब भाजपा के एक और बयानवीर विधायक। लगातार सेना के मनोबल को कमजोर करने का काम कर रहे हैं। भले ही सरकार कह रही थी कि भारत किसी के दबाव में नहीं है लेकिन भाजपा के विधायक ही सरकार की पोल खोल रहे हैं कि बड़ी-बड़ी वीरता की बातें करने वाले महोदय कितने दवाब में हैं। भाजपा विधायक ने जो सच्चाई बताई यह तो पहले ही पता थी। सच सामने आ ही जाता है। विनोद उपाध्याय / 17 मई, 2025