रायपुर(ईएमएस)। राजधानी का ऐतिहासिक जयस्तंभ चौक, जिसे रायपुर का हृदयस्थल कहा जाता है, इन दिनों उपेक्षा और बदहाली का शिकार है। चौक के चारों ओर लगाई गई डिजिटल एलईडी स्क्रीनें टूट चुकी हैं, और जगह-जगह बिखरे कांच खतरे का संकेत दे रहे हैं। कभी जिन स्क्रीन पर महात्मा गांधी, सुभाष चंद्र बोस और शहीद वीर नारायण सिंह जैसे महापुरुषों की तस्वीरें दिखाई देती थीं, आज वे खंडहर में तब्दील हो चुकी हैं। पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने रायपुर स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इस चौक के सौंदर्यीकरण पर लाखों रुपये खर्च किए थे। इसका उद्देश्य शहर के इस ऐतिहासिक स्थल को सांस्कृतिक रूप से समृद्ध बनाना था। लेकिन वर्तमान स्थिति यह है कि न तो किसी जनप्रतिनिधि और न ही नगर प्रशासन ने इस ओर ध्यान दिया है। टूटी लाइटें और बिखरे कांच अब राहगीरों के लिए खतरा बनते जा रहे हैं। गौरतलब है कि कुछ समय पहले विधानसभा में विधायक अजय चंद्राकर ने जयस्तंभ चौक को प्रचार का माध्यम बनाए जाने पर आपत्ति जताई थी। उस वक्त सरकार ने महापुरुषों की तस्वीरों और चौक के सौंदर्यीकरण को लेकर सफाई दी थी। लेकिन आज वही चौक उपेक्षा का शिकार होकर अपनी गरिमा खोता जा रहा है। चौंकाने वाली बात यह है कि पिछले कुछ हफ्तों में यहां कई सार्वजनिक कार्यक्रम आयोजित किए गए, बावजूद इसके किसी अधिकारी या नेता ने इस गंभीर स्थिति का संज्ञान नहीं लिया। शहरवासियों की मांग है कि प्रशासन तत्काल इस ओर ध्यान दे और जयस्तंभ चौक की गरिमा को फिर से बहाल करे। सत्यप्रकाश(ईएमएस)19 मई 2025