राज्य
20-May-2025
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रायपुर(ईएमएस)। छत्तीसगढ़ में बहुचर्चित आबकारी घोटाले की जांच में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है। जेल में बंद पूर्व मंत्री कवासी लखमा के करीबी माने जा रहे उद्योगपतियों और रसूखदारों के ठिकानों पर आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) और एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए एक साथ 20 से अधिक स्थानों पर दबिश दी। सबसे बड़ी कार्रवाई दुर्ग जिले में हुई, जहां आम्रपाली सोसायटी स्थित व्यवसायी अशोक अग्रवाल और उनके भाई विनय अग्रवाल के निवासों पर छापेमारी की गई। दोनों का नाम स्टील इंडस्ट्री से जुड़ा हुआ है। उनके परिसरों से वित्तीय दस्तावेज, बैंक खातों की जानकारी और कारोबारी लेनदेन से जुड़े कई कागजात जब्त किए गए हैं। अशोक अग्रवाल के घर ACB के 9 अधिकारी जांच में जुटे हैं। रायपुर और दुर्ग में हुए इस छापेमार अभियान में अन्य प्रमुख नामों में स्पर्श हॉस्पिटल, नेहरू नगर के डायरेक्टर संजय गोयल, उद्योगपति बंसी अग्रवाल और विशाल केजरीवाल के आवास शामिल हैं। इसके अलावा शनिचरी बाजार स्थित बिल्डर विश्वजीत गुप्ता के ठिकाने पर भी दस्तावेजों की जांच जारी है। महासमुंद जिले में भी ईओडब्ल्यू-एसीबी की टीमें सक्रिय रहीं। सांकरा में कैलाश अग्रवाल और बसना में जय भगवान अग्रवाल के निवासों पर छापा मारा गया। दोनों स्थानों पर दो वाहनों में पहुंचे लगभग 20 अधिकारियों की टीम ने कारोबारी रिकॉर्ड और जमीन सौदों से संबंधित दस्तावेजों की बारीकी से जांच की। सत्यप्रकाश(ईएमएस)20 मई 2025