-दुनिया के ताकतवर बैंकर ने दी चेतावनी, अर्थव्यवस्था पर भी पड़ेगा बुरा असर नई दिल्ली,(ईएमएस)। दुनिया के सबसे ताकतवर बैंकर और जेपी मॉर्गन चेस के सीईओ जेमी डिमोन ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ नीति को लेकर चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका की अर्थव्यवस्था पर इसका असर सामने आना बाकी है। डिमोन का कहना है कि आने वाले समय में अमेरिकी शेयर बाजार में भारी गिरावट आ सकती है। उन्होंने कहा कि फिलहाल शेयर बाजार में तेजी दिख रही है, उसके पीछे एक गहरा और कम आंका गया खतरा छिपा है। उन्होंने कहा कि हमारे पास दुनिया की सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था है। हमारी प्रति व्यक्ति जीडीपी 85,000 डॉलर है जबकि चीन की 15,000 डॉलर है, लेकिन यह जरूरी है कि व्यापार नीति जिम्मेदारी से बनाई जाए, वरना इसका असर व्यापक होगा। वार्षिक निवेशक बैठक में डिमोन ने ट्रंप की टैरिफ नीति को काफी चरम बताया और कहा कि भले ही अप्रैल 2 को ज्यादातर टैरिफ पर 90 दिनों की अस्थायी राहत दी गई है, लेकिन इस नीति के दीर्घकालिक परिणाम बहुत खतरनाक हो सकते हैं। डिमोन ने चेताया कि बढती कीमतें, अस्थिर व्यापार प्रवाह और कृत्रिम रूप से बढ़ी एसेट वैल्यू अमेरिका की आर्थिक नींव को हिला सकती है। उन्होंने कहा कि हमें नहीं पता कि बाकी देश कैसे प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन यह जरूर है कि अमेरिका की वैश्विक स्थिति स्थायी रूप से कमजोर हो जाएगी। उन्होंने चिंता जताई कि यदि टैरिफ नीति के कारण मंदी आती है, तो केंद्रीय बैंक भी इसे संभालने की स्थिति में नहीं होंगे। उन्होंने कहा कि हमारे केंद्रीय बैंक खुद को सर्वशक्तिमान समझते हैं, लेकिन वे सिर्फ अल्पकालिक ब्याज दरें तय करते हैं। डिमोन ने साफ कहा कि बाजार में एक असाधारण स्तर की लापरवाही देखी जा रही है। अमेरिका ने आखिरी बार 10 फीसदी टैरिफ सभी व्यापारिक साझेदारों पर 1971 में लगाया था। अब वही स्थिति दोहराई जा रही है, लेकिन वैश्विक अर्थव्यवस्था आज कहीं ज्यादा जटिल और परस्पर जुड़ी हुई है। डिमोन ने चेतावनी दी कि आने वाले हफ्तों में शेयर बाजार में 10 फीसदी तक की गिरावट आ सकती है। इसके साथ ही उन्होंने कॉरपोरेट क्रेडिट को लेकर भी चिंता जताई। उन्होंने कहा कि कंपनियां जो वर्षों से सस्ते कर्ज पर निर्भर थीं, अब कर्ज लेने के लिए मुश्किल स्थितियों का सामना कर रही हैं। डिमोन ने कॉरपोरेट लोन को “खराब जोखिम” बताया और कहा कि देश में एक क्रेडिट क्रंच यानी ऋण संकट भी पैदा हो सकता है। कई बड़ी कंपनियां टैरिफ के असर को लेकर अलर्ट हो गई हैं। एक रिपोर्ट में कहा है कि टैरिफ के कारण कीमतें बढ़ानी पड़ सकती हैं। सिराज/ईएमएस 20मई25