ऑटो और रियल्टी शेयरों में सबसे ज्यादा बिकवाली मुंबई हफ्ते के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को सेंसेक्स 873 अंक गिरकर 81,186 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी में 262 अंक की गिरावट रही, ये 24,684 के स्तर पर पहुंच गया। सेंसेक्स के 30 में से 27 शेयरों में गिरावट और 3 में तेजी रही। जोमैटो का शेयर 4.10 प्रतिशत की गिरा। मारुति और अल्ट्राटेक सीमेंट सहित कुल 14 शेयरों में 2.8 प्रतिशत तक गिरावट रही। टाटा स्टील में मामूली तेजी रही। निफ्टी के 50 शेयरों में से 42 गिरकर बंद हुए। ऑटो, मीडिया और रियल्टी में करीब 2 प्रतिशत की गिरावट है। एनएसई के ऑटो सेक्टर में 2.17 प्रतिशत, हेल्थकेयर में 1.41 प्रतिशत, रियल्टी में 1.11 प्रतिशत, मीडिया और फार्मा में 1.36 प्रतिशत की गिरावट रही। अमेरिका के साथ ट्रेड डील साफ नहीं भारतीय शेयर बाजार में गिरावट की कई वजह रहीं। अमेरिका और भारत के बीच संभावित व्यापार समझौते को लेकर मार्केट की उम्मीदें कम हो रही हैं। निवेशक अब बातचीत पर क्लेरिटी चाहते हैं। क्योंकि चीन और ब्रिटेन ने अमेरिका के साथ डील फाइनल कर ली है। वहीं अमेरिका की क्रेडिट रेटिंग में गिरावट ने फाइनेंशियल मार्केट को प्रभावित किया है। पिछले कुछ सेशन में भारतीय शेयर बाजार नए ट्रिगर्स की कमी के चलते एक लिमिट में रहा है। टैरिफ और जियो-पॉलिटिकल टेंशन के बाद, बाजार लाभ को बनाए रखने के लिए चौथी तिमाही के जीडीपी और इनकम ग्रोथ का इंतजार कर रहा है। पिछले कुछ सेशन से बाजार लगातार बढ़ता रहा है। ऐसे में जियो पॉलिटिकल टेंशन और भारत-पाक संघर्षों के अनिश्चितता के चलते बाजार में हर तेजी के बाद निवेशक मुनाफावसूली कर रहे हैं। इससे बाजार में गिरावट हो रही है। बढ़े हुए वैल्यूएशन, मिक्स्ड अर्निंग और ट्रेड डील में देरी के लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच, विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने 19 मई को कैश सेगमेंट में 525.95 करोड़ मूल्य के भारतीय शेयर बेचे। विनोद उपाध्याय / 20 मई, 2025