मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारों से गूंजा आसमान अहमदाबाद,(ईएमएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय गुजरात दौरे पर मंगलवार को गांधीनगर पहुंचे, जहां उन्होंने एक भव्य रोड शो और 5,536 करोड़ रुपये की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया। यह दौरा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद हुए ऑपरेशन सिंदूर के बाद प्रधानमंत्री का पहला गुजरात आगमन था। गांधीनगर में आयोजित रोड शो में हज़ारों लोगों की भीड़ उमड़ी, जिन्होंने मोदी-मोदी और भारत माता की जय के नारों से माहौल को जोशीला बना दिया। राजभवन से महात्मा मंदिर तक करीब डेढ़ किलोमीटर लंबे इस रोड शो के दौरान भगवा झंडे, फूलों की वर्षा और देशभक्ति के गीतों से वातावरण उत्सवमय हो गया। प्रधानमंत्री ने इस मौके पर देशवासियों को संबोधित करते हुए पाकिस्तान पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा, हम कांटे को निकालकर रहेंगे। उनका इशारा कश्मीर और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) की ओर था। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने हाल ही में देशभर में देखी गई राष्ट्रभक्ति की भावना को रेखांकित करते हुए कहा, जहां-जहां गया, वहां देशभक्ति का ज्वार दिखा। ये सिर्फ गुजरात नहीं, पूरे हिंदुस्तान की भावना है। पीएम मोदी ने गुजरात के 75वें स्थापना वर्ष और भारत के भविष्य को लेकर भी अपनी योजनाएं साझा कीं। उन्होंने कहा कि 2025 में जब गुजरात 75 वर्ष पूरे करेगा, उनका सपना है कि भारत में ओलंपिक आयोजित हो। उन्होंने गुजरात के व्यापारी इतिहास से लेकर हीरे के निर्यात तक की यात्रा को देश की प्रगति का प्रतीक बताया। प्रधानमंत्री ने 2047 में आज़ादी के 100 साल पूरे होने की ओर इशारा करते हुए कहा कि तब तक भारत को विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाना है। इसके लिए उन्होंने विदेशी उत्पादों के बहिष्कार और स्वदेशी अपनाने का आह्वान किया। कश्मीर पर बोलते हुए पीएम मोदी ने 1947 के बंटवारे और पाकिस्तान के हमलों का जिक्र किया। उन्होंने कहा, अगर सरदार पटेल की बात मानी जाती, अगर हमने पहले ही आतंकियों को समाप्त कर दिया होता, तो आज ये दिन न देखना पड़ता। जो पहलगाम में हुआ, वह उसी पुराने हमले का नया, विकृत रूप है। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा आगामी चुनावों और देश के बदलते माहौल के बीच भाजपा के लिए अहम माना जा रहा है। राष्ट्रवाद, विकास और आत्मनिर्भर भारत की अपील के साथ उन्होंने एक बार फिर गुजरात की धरती से अपने राजनीतिक और वैचारिक एजेंडे को धार दी है। हिदायत/ईएमएस 27मई25